सिंह ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है – ‘ अब की बार गोरखपुर में होगा “सैफ़ई महोत्सव”… स्थान बदला है लेकिन ‘भव्यता’ वही रहेगी ! गोरखपुर में 3 दिन तक उतरेगा ‘सैफ़ई महोत्सव’ जैसा सितारों का अमला- गोरखपुर महोत्सव को सफल बनाने व ईमानदार CM योगी को ख़ुश करने के किए चापलूस ‘नौकरशाही’ ने झोंकी अपनी पूरी ताक़त…गोरखपुर-महोत्सव के लिए करोड़ों का बजट आवंटित हुआ।’
पोस्ट में आगे लिखा गया है – ‘ सर्दी से ठिठुरते बच्चे…बजट के अभाव में ‘स्वेटर वितरण’ के वादे को जैसे लकुआ मार गया है लेकिन महोत्सव के नाम पर करोड़ों के वारे-नियारे करने पर तुले हैं भ्रष्ट नौकरशाह। शायद ‘आलू उत्पादक किसानों’ की ख़स्ता हालत व ठंड से सैकड़ों ग़रीब-गुरबाओँ की मौत का जश्न बनेगा गोरखपुर में। बड़े-२ सितारे आ रहे हैं… नौकरशाहों के मित्र/रिश्तेदार सितारे नाचेंगे/गाएँगे और देश-विदेश के पर्यटकों को लुभाने के लिए मल्हार/ठुमरी/भोजपुरी गाएँगे …. दो-चार गोरी चमड़ी वाले भी पकड़ कर लाए जाएँगे, टीवी पर दिखने के लिए।’
अपनी फेसबुक पोस्ट में सिंह ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत का उल्लेख करते हुए आगे लिखा है – ‘ मौजमस्ती होगी लेकिन इस बार स्थान बदल गया है ..अबकी बार ‘मंडली’ सैफ़ई में नहीं सजेगी … शायद सैफ़ई परिवार को बुलाया भी न जाए। गोरखपुर-महोत्सव के बहाने जनता के पैसे की लूट मचेगी …. शायद बीआरडी मेडिकल कॉलेज/अस्पताल में एन्सेफ़लायटिस/बीमारी से मरे 800 बच्चों की मौत/सिस्टम की अकर्मण्यता की बलि चढ़े मासूमों की मृत्यु को भुलाने के लिए हो रहा है यह सब….सरकार व सरकार के कारिंदों को बधाई हो। उत्तर प्रदेश में नेताओं/नौकरशाहों की मौज में ‘बौना’ होता लोकतंत्र का परिदृश्य …योगी सरकार को शीघ्र जागना होगा, नहीं तो …..‘धीरे-धीरे भीग रहीं हैं सारी ईंटें पानी में, इनको क्या मालूम कि आगे चलकर इनका क्या होगा’।’