आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक जांच में पता चला है चार लाख से ज्यादा राशनकार्ड धारकों में से एक प्रतिशत कार्ड धारक ऐसे पाए गए हैं, जिन्होंने पिछले छह महीनों राशन नहीं लिया था। अभी विभाग द्वारा निष्क्रिय और जो राशन नहीं लेते या नहीं लेना चाहते हैं, उनकी सूची तैयार हो रही है। इसके बाद सरकार की मंजूरी से राशन कार्ड निरस्त करने का आदेश दिया जाएगा। इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखा जा रहा कि किसी जरूरतमंद का राशन कार्ड न निरस्त हो जाए।
इस कवायद के तहत अब 6 महीने तक राशन नहीं लिया तो उसके राशन तो मिलेगा ही नहीं साथ ही राशन कार्ड भी निर्सत मान लिया जाएगा। उनकी जगह पर अन्य पात्र लोगों का इसका लाभ पहुंचाने की योजना तैयार की गई है। इस लागू करने के लिए बस शासन की मंजूरी की जरूरत है।
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यूपी में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, जानिए कोविड प्रोटोकॉल के जारी नए निर्देश जून के बाद होगा फैसला अभी ऐसे कार्डधारकों को चिह्नित करते समय इस बात का निर्देश है कि कोरोना महामारी की वजह से कुछ लोगों ने जगह बदली है। ऐसे में लिस्ट में नाम डालते समय ये ध्यान रखा जाए कि उन्हीं का नाम सूची में शामिल हो, जो राशन लेने के लिए इच्छुक नहीं है। वहीं इस संबंध में डीएसओ अभय सिंह ने कहा कि जांच जारी है और जून के बाद इस पर फैसला होगा। तब तक निष्क्रिय कार्ड धारकों की सूची तैयार हो रही है।