अमेठी : कांग्रेस के गढ़ में ही राहुल गांधी की हार
1997 से आस्तित्व में आई अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस का अभेद्य गढ़ मानी जाती थी, लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराकर बड़ा सियासी उलटफेर कर दिया। स्मृति ने राहुल गांधी को ने 55 हज़ार वोटों से हरा दिया। अमेठी से राजीव गांधी चार बार, राहुल गांधी तीन बार, एक बार सोनिया गांधी और एक बार संजय गांधी चुनाव जीते। अब तक अमेठी से 13 बार कांग्रेस चुनाव जीती है। 2019 से पहले अमेठी से एक बार भारतीय जनता पार्टी और एक बार जनता पार्टी को जीत नसीब हुई है।
1997 से आस्तित्व में आई अमेठी लोकसभा सीट कांग्रेस का अभेद्य गढ़ मानी जाती थी, लेकिन इस बार भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराकर बड़ा सियासी उलटफेर कर दिया। स्मृति ने राहुल गांधी को ने 55 हज़ार वोटों से हरा दिया। अमेठी से राजीव गांधी चार बार, राहुल गांधी तीन बार, एक बार सोनिया गांधी और एक बार संजय गांधी चुनाव जीते। अब तक अमेठी से 13 बार कांग्रेस चुनाव जीती है। 2019 से पहले अमेठी से एक बार भारतीय जनता पार्टी और एक बार जनता पार्टी को जीत नसीब हुई है।
कन्नौज : समाजवादियों की पारम्परिक सीट नहीं बचा पाईं डिम्पल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव कन्नौज में पार्टी की पारम्परिक सीट नहीं बचा सकीं। कड़े मुकाबले में भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने उन्हें 12 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। अभी तक कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादियों का गढ़ कहा जाता था। समाजवाद के सबसे फेसम चेहरे के तौर पर प्रख्यात राम मनोहर लोहिया ने 1967 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। 1998 के बाद से 2014 तक इस सीट पर सपा का कब्जा था। 12वीं लोकसभा में सपा के प्रदीप यादव ने भाजपा को हराकर यह सीट जीती थी। अखिलेश यादव कन्नौज से तीन बार, डिम्पल यादव दो बार और मुलायम सिंह यादव एक बार सांसद चुने गये।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव कन्नौज में पार्टी की पारम्परिक सीट नहीं बचा सकीं। कड़े मुकाबले में भाजपा उम्मीदवार सुब्रत पाठक ने उन्हें 12 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। अभी तक कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादियों का गढ़ कहा जाता था। समाजवाद के सबसे फेसम चेहरे के तौर पर प्रख्यात राम मनोहर लोहिया ने 1967 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी। 1998 के बाद से 2014 तक इस सीट पर सपा का कब्जा था। 12वीं लोकसभा में सपा के प्रदीप यादव ने भाजपा को हराकर यह सीट जीती थी। अखिलेश यादव कन्नौज से तीन बार, डिम्पल यादव दो बार और मुलायम सिंह यादव एक बार सांसद चुने गये।