मंच पर फेंका गमला- बता दें कि जब पीयूष पहुंचे तो उसी वक्त नारेबाजी शुरू हो गई। वह रेलवे स्टेडियम में अधिवेशन में शामिल होने आए थे, लेकिन उनके भाषण के बाद कर्मचारियों ने उनसे अभद्रता की। इस दौरान रेलकर्मचारियों की धक्कामुक्की से बचते हुए मंत्री को भागना पड़ा। अधिवेशन में संबोधन के दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि यूनियन लोगों को बहका रही है। यह युवाओं को गलत राह पर ले जा रही है। गोयल के इस बयान के बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। लेकिन मंत्री ने बोलना बंद नहीं किया, तो गुस्साए रेलकर्मियों ने वहां लगे गमले फेंकने शुरू कर दिए। इससे वहां भगदड़ मच गई। यूनियन के पदाधिकारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
कार का शीशा भी तोड़ा-
भाषण समाप्त होते ही अधिवेशन में मौजूद रेलकर्मी विशेषकर अप्रेंटिस भड़क गये और उन्होंने रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उनका कहना था कि एनपीएस और अप्रेंटिस सहित विभिन्न मुद्दों पर रेलमंत्री का जवाब संतोषजनक नहीं है। इसके बाद रेलकर्मियों ने नारेबाजी करते हुए गोयल का घेराव कर लिया। अफरातफरी के बीच सुरक्षाकर्मी किसी तरह उन्हें भीड़ से निकालकर सुरक्षित उनके वाहन तक ले गये। लेकिन मुसीबत ने मंत्री का पीछा यहां भी नहीं छोड़ा। नाराज कर्मियों ने रेल मंत्री की कार का शीशा तक तोड़ दिया। इसके बाद गोयल जैसे-तैसे नई दिल्ली के लिए अमौसी हवाई अड्डे की तरफ रवाना हो गये।