मंगलवार शाम को शासन की ओर से यह आदेश जारी किए गए। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जारी निर्देशाें में कहा है कि प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बढ़ते संक्रमण काे देखते हुए कक्षा एक से कक्षा आठ तक के सभी सरकारी व प्राईवेट स्कूलों काे चार अप्रैल तक बंद कर दिया गया है। यह अलग बात है कि माध्यमिक और उच्च शिक्षा के संस्थान खुलें रहेंगे लेकिन इनमें भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना हाेगा। मास्क अनिवार्य हाेगा और सामाजिक दूरी बनकर रखनी हाेगी।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने अपने पैर पसार दिए हैं। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के मामलों में चार गुना की वृद्धि दर्ज की गई है। 20 मार्च तक प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या महज 2774 थी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि दाे दिन में 2286 नए मामले सामने आ गए। इसके बाद यह ग्राफ गुणात्मक संख्या में बढ़ा।
मंगलवार को संक्रमितों की संख्या का ग्राफ 1.42 फीसदी तक पहुंच गया। मंगलवार काे कोरोना वायरस से लखनऊ में चार और कानपुर में दो लाेगाें की माैत हाे गई। इसी तरह से मेरठ, मुजफ्फरनगर, उन्नाव और औरैया में एक-एक व्यक्ति की माैत हाे गई। यही कारण है कि बढ़ते संक्रमण और खतरे काे देखते हुए फिलहाल शासन ने स्कूलाें काे बंद करने का निर्णय किया है। अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना हाेगा