आलू का उत्पादन और जमाखोरी का खेल
भारतीय किसान एवं आढ़ती वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नजमुद्दीन राइनी के अनुसार, इस बार आलू का उत्पादन कम हुआ है, जिससे दाम में उतार-चढ़ाव हो रहा है। उन्होंने बताया कि हरी सब्जियों के दाम गर्मी की वजह से बढ़ रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो सब्जियों के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सब जमाखोरी का खेल है। बड़े-बड़े जमाखोरों ने किसानों से आलू खरीदकर कोल्ड स्टोरेज में स्टोर कर रखा है और अपने हिसाब से आलू निकाल रहे हैं।लखनऊ में सब्जियों के दाम
लखनऊ में सब्जियों के दाम में अचानक से बढ़ोतरी हुई है। एक सप्ताह पहले जो आलू फुटकर बाजार में 25 से 30 रुपये किलो बिक रहा था, अब उसकी कीमत 35 से 40 रुपये किलो हो गई है। हरी सब्जियों के दाम भी काफी बढ़ गए हैं। भिंडी 60 रुपये किलो, बीन्स 70 रुपये, शिमला मिर्च 80 से 100 रुपये किलो, लौकी 40 रुपये, कद्दू 50 रुपये किलो बिक रहा है। आम आदमी के लिए हरी सब्जियां खरीदना मुश्किल हो गया है। प्याज और टमाटर के दाम भी दोगुने हो गए हैं। अदरक 180 से 200 रुपये किलो और लहसुन 200 रुपये किलो बिक रहा है। यह भी पढ़ें