प्रदेशभर से चिडिय़ा और कौओं की मरने की सूचनाएं मिलने से बर्ड फ्लू का डर और बढ़ गया है। चित्रकूट के मानिकपुर में कौआ और मारकुंडी स्टेशन में कंजल चिडिय़ा मरी पाई गई है। पशु पालन टीम ने कौआ की मौत का कारण करंट और चिडिय़ा की सर्दी से मौत बताई है। शुक्रवार को वाराणसी के पिंडरा में भी आधा दर्जन कौवे मृत पाए गए। उनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई लेकिन मौत का कारण भी अभी तक स्पष्ट नहीं है।
भोपाल रिसर्च सेंटर पहुंचा कौवों का शव इटावा में अधिकारियों की टीम ने वेटलैंड सरसईनावर झील का निरीक्षण किया। बकेवर के ग्राम कुड़रिया में एक कौआ मरा पाया गया। इसके अलावा कानपुर में पशुपालन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम ने एक दर्जन पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण किया। जांच टीम को कोई बीमार मुर्गा-मुर्गी नहीं मिले। अमरोहा के ब्रजघाट व तिगरी गंगा में आने वाले विदेशी पङ्क्षरदों से बर्ड फ्लू की आंशका से वन विभाग सतर्क है। निगरानी के लिए पांच टीमों का गठन किया है। इसी तरह बाराबंकी, सोनभद्र और अयोध्या में कौवों की मौत ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। कौवों के शव को भोपाल के रिसर्च सेंटर पर पहुंचाया गया है।
तेजी से गिर रहे अंडे और चिकन के दाम बर्ड फ्लू को लेकर पशु पालन विभाग सचेत है। अलीगढ़ मेंं सभी तहसीलों की टीमों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पोल्ट्री फार्म की पड़ताल की। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीपी सिंह ने भी शेखा झील समेत अन्य स्थानों पर मौका मुआयना किया। लोगों में बढ़ती दहशत के चलते अंडे व चिकन के दाम तेजी से नीचे गिर रहे हैं। शनिवार को अंडे की ट्रे जहां 30 रुपये सस्ती हो गई है। वहीं, चिकन भी 20 रुपये किलो तक कम हुआ है। अब अंडे की ट्रे 120 से 130 रुपये में मिल रही है। वहीं चिकन 150 से 160 तक प्रति किलो है।