प्रयागराज. अब साधु संतों को भी देना पड़ेगा आय का हिसाब। कुंभ 2019 में सरकार ने सभी तेरह अखाड़ों और कई प्रमुख मठों को संत और भक्त निवास के लिए एक-एक करोड़ रुपए खर्च के लिए दिए थे। पर इन सभी संस्थाओं ने उस एक करोड़ रुपए का क्या किया, उसका हिसाब अभी तक इनकम टैक्स विभाग में जमा नहीं कराया। काफी इंतजार और मौके देने के बाद आयकर विभाग ने सभी तेरह अखाड़ों और प्रमुख मठों को नोटिस जारी कर दिया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को भी नोटिस तलब की गई है।
योगी जी के सरकार में बहुत से अधिकारी घर में रखते हैं मर्सिडीज : ओम प्रकाश राजभर प्रयागराज में कुंभ मेले 2019 :- प्रयागराज में कुंभ मेले 2019 का आयोजन किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुंभ मेले के लिए 4200 करोड़ रुपए का आवंटन किया था। यह राशि वर्ष 2013 के महाकुंभ के बजट की तीन गुना थी। 3200 हेक्टेयर में कुंभ मेले का आयोजन किया गया था। मकर संक्राति 15 जनवरी से कुंभ मेले 2019 शुरू होकर 4 मार्च को अंतिम स्नान के साथ समाप्त हो गया।
सीएम योगी दिए थे एक-एक करोड़ रुपए :- आयकर विभाग की ओर से कहा गया कि, यूपी सरकार की ओर से दिव्य कुंभ-भव्य कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं और संतों को ठहरने के लिए संत निवास और रसोई घर के निर्माण में कितने रुपए खर्च किए गए, इसके उपयोग का विवरण अखाड़ों ने अब तक नहीं दिया है। वैसे योगी सरकार ने इन सभी को एक—एक करोड़ रुपए जारी किए थे। कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स एक्जम्शन की ओर से कुंभ 2019 के लिए तेरह अखाड़ों और मठों से धनराशि के इस्तेमाल के बारे में जानकारी मांगी गई है। जिसके लिए इनकम टैक्स ने नोटिस जारी किया है।
13 अखाड़ों के नाम :- जिन अखाड़ों को नोटिस जारी किया गया है उनमें पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, पंच अटल अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा निरंजनी, तपोनिधि आनंद अखाड़ा, पंचदशनाम जूना अखाड़ा, पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा, पंचदशनाम पंच अग्नि अखाड़ा के अलावा बैरागी संप्रदाय के दिगंबर अनी अखाड़ा, निर्वाणी अनी अखाड़ा और पंच निर्मोही अनी अखाड़ा शामिल हैं। इनके अलावा उदासीन संप्रदाय के पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा नया उदासीन और निर्मल पंचायती अखाड़ा के नाम आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है।
महंत नरेंद्र गिरि को भी नोटिस :- आयकर विभाग ने इसी मामले में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का बाघंबरी गद्दी मठ, अरैल स्थित सच्चा बाबा आश्रम, अलोपी बाग मंदिर परिसर व ब्रह्म निवास शंकराचार्य आश्रम को भी नोटिस जारी किया है। मठों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सीएंडडीएस को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया था।