उत्तर प्रदेश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर डीजीपी कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। 19 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह कांफ्रेंस का उद्घाटन करेंगे और 20 व 21 नवंबर को प्रधानमंत्री कांफ्रेंस में शामिल होंगे। आइबी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पीएमओ को भेज दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद कार्यक्रम के संदर्भ में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अब तक की तैयारियों के अनुसार एयरपोर्ट पहुंचने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करेंगे जिसके बाद बाय रोड उन्हें पुलिस मुख्यालय लाया जाएगा।
पहली बार प्रदेश की राजधानी में इतने बड़े स्तर पर डीजीपी कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में पूरे देश से आने वाले पुलिस कर्मचारी, सुरक्षा विभाग के अधिकारियों व प्रधानमंत्री की सुरक्षा जी जिम्मेदारी काफी अहम है। सुरक्षा को लेकर एजेंसिया काफी गंभीर हैं। पुलिस मिख्यालय को कार्यक्रम से पहले छावनी में तब्दील कर दिया गया है। किले की तहर मुख्यालय की सुरक्षा को पुख्ता किया गया है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यालय की सुरक्षा के लिए दो हजार से अधिक पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की गई है। मुख्यालय को कई चक्रों में सुरक्षित किया गया है। मुख्यालय व मुख्यालय की कनेक्टिक सड़कों पर सुरक्षा कर्मचारियों को तैनात किया गया है। मुख्यालय के सभी एन्ट्री व एग्जिट प्वाइंच पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं जो किसी भी आकस्मित स्थिति में मुख्यालय को सुरक्षा प्रदान करेंगे। मुख्या की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों के साथ ड्रोन कैमरों को भी लगाया गया है।