थर्रा दिया था मेरठ शहर
पकड़े गए बदमाशों के खिलाफ देहरादून और मेरठ में कई मुकदमे दर्ज हैं। गैंग के कुछ सदस्यों ने पिछले दिनों मेरठ के टॉप लाउंज में 18 राउंड फायरिंग भी की थी। उस वारदात से मेरठ शहर में दहशत फैल गई थी। पुलिस मेरठ पुलिस से भी आरोपियों के इतिहास की जानकारी जुटा रही है। इस गैंग के कई सदस्य पहले से जेल में बंद हैं। बदमाशों के अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। ये भी पढ़ें-
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पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि इसी साल क्लेमेंटटाउन पुलिस ने आसिफ मलिक के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया था। पहले कार्तिक आदि भी एक ही गैंग में शामिल थे, लेकिन इस मुकदमे के बाद कार्तिक व उसके साथी आसिफ मलिक की गिरफ्तारी के लिए दूसरे पक्ष के साथ मिल गए। पुलिस को इसकी सूचना देने लगे। आसिफ मलिक गिरफ्तार हुआ। इसके बाद उसे जमानत मिल गई। उसके बाद से दोनों पक्ष एक-दूसरे से रंजिश रखने लगे। पिछले दिनों फरमान नाम के एक सदस्य से इन लोगों ने मारपीट भी की। अब फिर से ये दोनों गैंग एक-दूसरे पर हमले की साजिश रच रहे थे।
ये बदमाश हुए गिरफ्तार
गैंगवार की तैयारी से ठीक पहले पुलिस ने दोनों गुटों के छह सदस्यों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक गैंग के आसिफ मलिक निवासी मेहूंवाला माफी, रितिक पंवार निवासी बबूपुर नागली देवबंद, आकाश निवासी साकेत मेरठ और दूसरी गैंग के कार्तिक निवासी सुभाष नगर मूल निवासी पुट्ठी धनोरा बागपत, हिमांशु निवासी राधा कृष्ण कॉलोनी सर्किट हाउस सहारनपुर और विराट निवासी पचेनंडा मुजफ्फरनगर शामिल हैं। मामला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास का पता लगाने में जुटी हुई है।