घटना का विवरण
शुक्रवार की देर रात फीनिक्स प्लासियो मॉल के गेट पर कुछ लोग अपना जन्मदिन मनाने के लिए अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे। जब गार्ड ने उन्हें रोक दिया, तो दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई। यह बहस जल्दी ही गाली-गलौज और हाथापाई में बदल गई। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि एक पक्ष ने गुस्से में आकर फायरिंग कर दी। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। यह भी पढ़ें
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घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि यह पूरा विवाद शराब के नशे में हुआ था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की और शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया।शराब के नशे में हुआ बवाल
सूत्रों के अनुसार फीनिक्स प्लासियो मॉल में रात दो बजे तक बार खुले रहने के कारण कुछ लोग शराब के नशे में थे। गार्ड द्वारा मॉल में दोबारा अंदर जाने से मना करने पर गुस्साए लोगों ने गार्ड के साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने पिस्टल से कई राउंड फायरिंग की और फरार हो गए। पुलिस ने शुरुआती जांच में इस बात को छिपाने की कोशिश की कि बार देर रात तक खुला था। हालांकि, जांच में यह बात सामने आई कि घटना के समय शराब के नशे का असर था।गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है: .पवन मौर्या .अमित तिवारी .अभिषेक जायसवाल तीनों आरोपी प्रयागराज निवासी हैं और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं। ये सभी सुशांत गोल्फ सिटी के एक अपार्टमेंट में रह रहे थे। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने कहा कि पुलिस ने घटना स्थल की जांच की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस ने उपनिरीक्षक धीरेन्द्र सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि मामले में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा, मॉल के बार में देर रात तक शराब परोसने को लेकर भी जांच की जा रही है।
फायरिंग की घटना से मॉल क्षेत्र में दहशत
फायरिंग की इस घटना ने मॉल क्षेत्र के लोगों में दहशत पैदा कर दी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि मॉल में देर रात बार खुला रहना अक्सर विवाद का कारण बनता है। पुलिस की सख्ती के बावजूद ऐसी घटनाएं होना चिंता का विषय है। यह भी पढ़ें
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भविष्य में ऐसे मामलों से बचाव के उपाय
.मॉल के बार का समय निर्धारित करना और रात के समय उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखना। .सुरक्षा गार्डों को और अधिक प्रशिक्षित करना ताकि वे विवाद को नियंत्रित कर सकें। .पुलिस की नियमित गश्त और सीसीटीवी कैमरों की निगरानी सुनिश्चित करना। .शराब के सेवन से संबंधित विवादों को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाना।