लखनऊ. डॉन मुख्तार अंसारी के सात गुर्गों के नाम पुलिस द्वार ही गायब करने का आरोप है। ये सात गुर्गे लखनऊ के कई इलाकों में हैं। विवादित जमीन पर कब्जा, रंगदारी लेना, दंबगई दिखाने वालों पर पुलिस मेहरबानी दिखा रही है। आरोप है कि लखनऊ के गोमती नगर विस्तार में जिस फ्लैट पर पुलिस ने छापा मारा था, वहां मुख्तार का करीबी बाबू सिंह मिला था। इसी के पास बुलेट प्रूफ गाड़ी की चाभी मिली थी। इस गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया था पर गाड़ी किसके नाम थी और कौन इसे चलाता था, इस पर पुलिस चुप रही। उधर, मड़ियांव में मुख्तार के जिन करीबियों पर गैंगस्टर लगा, पुलिस ने उनकी सम्पत्ति जब्त करने का दावा किया था। लेकिन पुलिस इनकी एक भी सम्पत्ति का पता नहीं लगा सकी है। पुलिस ने मुख्तार के दो करीबियों को जेल भेजा था। इन पर गैंगस्टर लगा लेकिन इस एक्ट की धारा 14 (1) के तहत इनकी सम्पत्ति न तो पता लगवायी गई और न ही कुर्क करने के लिए कोई आगे की कार्रवाई हुई है।