प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में डाक टिकट को रेखांकित करते हुए कहा कि देश आजादी के 75 वें वर्ष की ओर अग्रसर है, ऐसे में शहीदों से जुड़े ऐसे आयोजन इसे और भी प्रासंगिक बनाते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री द्वारा डाक टिकट जारी किए जाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे शताब्दी महोत्सव को नई पहचान मिलेगी।
उत्तर प्रदेश परिमण्डल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि चौरी-चौरा घटना का राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में ऐतिहासिक महत्व है और इसकी शताब्दी पर जारी कस्टमाइज्ड डाक टिकट के माध्यम से न सिर्फ वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियाँ भी इसे व्यापक परिप्रेक्ष्य में देख सकेंगी। इस डाक टिकट की 5 हजार शीट्स मुद्रित की गयीं हैं, जिनमें कुल 60 हजार डाक टिकट हैं।
वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग व उ प्र. संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव’ पर जारी डाक टिकट व विशेष आवरण चौरी-चौरा को वैश्विक पटल पर स्थान दिलाने के साथ-साथ यहाँ शोधार्थियों और पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे। चौरी-चौरा में अवस्थित ‘शहीद स्मारक‘ आज भी उस आंदोलन की याद दिलाता है कि किस प्रकार लोगों ने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
गोरखपुर परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल आकाश दीप चक्रवर्ती ने बताया कि इस कस्टमाइज्ड डाक टिकट शीट व विशेष आवरण का मूल्य क्रमशः रु. 300/- तथा रु. 25/- रखा गया है। फिलेटलिक ब्यूरो, प्रधान डाकघर के साथ-साथ चौरी डाकघर से भी ये बिक्री किये जायेंगे।