लखनऊ। गुरूवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भीड जुटी। एक से एक जडीले कांग्रेसी दिखे। झक सफेद कुर्ता पाजामा वालों से पूरा नेहरू भवन भर गया। दूर दूर तक गाडियां पार्क थीं और वहां एक हाल में मौजूद थे और उनके सामने बैठे थे प्रदेश भर से आए कांग्रेस अध्यक्ष।
पीके यानी प्रशांत किशोर एक ऐसी कम्पनी के मालिक हैं जिसने पिछले चार साालों में काफी नाम कमाया है। भाजपा को 2014 के चुनाव में रणानीति उन्होंने ही तय की थी। उसके बाद उनकी कम्पनी ने बिहार चुनाव में लालू और नितीश के लिए चुनावी चालों को तय किया था। इन दोनों की सफलता के बाद पीके की टीआरपी का ग्राफ सीधा उपर चढता चला गया। अब कांग्रेस ने पीके को हायर किया है। यूपी में शुरूआत मिशन 2017 से की जा रही है। मिशन 2017 से शुरूआत करके कांग्रेस मिशन 2019 को हासिल करना चाहती है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री की मौजूदगी में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में आज पीके ने प्रदेश भर से आए कांग्रेस अध्यक्षों की बातें सुनी। पीके ने वहां हर एक से बोलने के लिए कहा। उनसे अभी ताजा फीड बैक लिया। आम तौर पर हर कांग्रेसी ने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की उदासीनता की बात प्रमुखता से रखी और कहा कि सपा और भाजपा किस हद तक अपने पदाधिकारियों के लिए लडते हैं, लेकिन कांग्रेस में ऐसा कुछ नहीं होता। इस प्रकार की तमाम शिकायतें सुनने के बाद बारी आई पीके की। पीके ने बताया कि अगले चुनाव में उनका मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा होगी। उनका वोट बैंक हमारा पुराना वोट बैंक रहा है। उन्हें जोडने की जरूरत है। फिर पीके ने सभी जिला अध्यक्षों को करीब 20 पेज का एक प्रश्न पत्र दिया और कहा कि इसे 31 मार्च तक भर कर भेज दें। अगले महीने वे फिर आएंगे और अगली बार हर जिले में जाएंगे। देखेंगे कि क्या जिलाध्यक्षों ने लिखा और जमीनी हकीकत क्या है। उसके बाद वे अपना अगला कार्यक्रम शुरू करेंगे।
Hindi News / Lucknow / पीके ने दिये यूपी के कांग्रेसियों को ये सवाल