ये भी पढ़ें- गांवों और वार्डों को करिए कोरोना मुक्त, योगी सरकार देगी पुरस्कार, ‘मेरा वार्ड, कोरोना मुक्त वार्ड’ अभियान शुरू सीएम योगी ने कहा है कि ऐसे निजी मेडिकल कॉलेज जिन्हें सरकार की ओर से टेकओवर किया गया है, उनमें अगर ऑक्सीजन प्लांट नहीं है, तो सरकार की ओर से ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा और इसकी प्रतिपूर्ति निजी मेडिकल कॉलेजों को दी जाने वाली धनराशि से की जाएगी। प्रदेश में ऑक्सीजन आडिट और सॉफ्टवेयर आधारित ट्रैकिंग के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। मौजूदा समय में सभी जिलों में पर्याप्त बैकअप है। मेडिकल कॉलेजों में भी ढाई दिन तक का ऑक्सीजन स्टोर है, शुक्रवार को प्रदेश में 753 एमटी ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को भी ऑक्सीजन दिया जा रहा है।
ये भी पढ़ें- कोरोना काल में गांव-गांव ‘जीवनदायिनी’ बनी योगी सरकार की ‘नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट’ प्रदेश में 25 ऑक्सीजन प्लांट कार्य कर रहे हैं। पीएम केयर फंड से कुल 188 नए ऑक्सीजन प्लांट लगने हैं, जिसमें से पांच लग गए हैं और 16 पर काम चल रहा है। इसके अलावा 167 प्लांट के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। राज्य सरकार की ओर से 27, चीनी मिलों और आबकारी विभाग की ओर से 79, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन की ओर से 10, सांसद निधि से छह और विधायक निधि से 37, स्टेट डिजास्टर रीलिफ फंड (एसडीआरएफ) से 25 और पाथ की ओर से दो ऑक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। इसके अलावा सीएसआर फंड से 59 प्लांट लग रहे हैं, जिसमें तीन लग चुके हैं। सांसद निधि से दो, विधायक निधि से 20, एसडीआरएफ से पांच ऑक्सीजन प्लांट जल्द स्वीकृत होने की उम्मीद है।