ये भी पढ़ें- Patrika Positive News: यूपी में तेजी से घट रहे कोरोना के मामले, एक दिन में आए 7735 केस शुरू किया आक्सीजन प्वाइंट किया- टी प्वाइंट तो बहुत सुना होगा, लेकिन महामारी के इस दौर में जौनपुर के कृष्णा हार्ट केयर के निदेशक डॉक्टर हरेंद्र देव सिंह ने अपने हॉस्पिटल में मुफ्त ऑक्सीजन पॉइंट की शुरुआत कर दी। ऑक्सीज़न के लिए दर दर भटक रहे लोगों को राहत देते हुए अपने हॉस्पिटल के हॉल में दर्जनों ऑक्सीज़न पॉइंट बनवाये गए हैं, जिसके जरिये ज़िले के लोगों को तत्काल ऑक्सीज़न मिल जा रही है।
ये भी पढ़ें- patrika positive news : UP के गांवों में कोरोना की चेन तोड़ने के लिए योगी सरकार ने युद्धस्तर पर छेड़ा अभियान मरीज के तीमारदारों को दो तीन घंटो की राहत मिल जाती है और इस दौरान मरीज़ के परिजन किसी कोविड हॉस्पिटल में बेड की व्यवस्था कर लेते है। इससे जौनपुर में कोरोना से मृत्यु दर कम हुई है। डॉक्टर हरेंद्र की इस पहल से लोग को राहत है। यहां रमेश की मां की तबीयत अत्यंत बिगड़ गयी थी। उनकी मां को आक्सीजन की अत्यंत आवश्यकता थी, लेकिन उनका सिलेंडर कहीं भी रिफिल नहीं हो पा रहा था। तब उन्हें डा. हरेंद्र देव सिंह के इस ऑक्सीजन प्वाइंट के बारे में पता चला और वो वहां पहुंच गये और उन्हें आसानी से निःशुल्कऑक्सीजन मिल गयी। डाक्टर हरेंद्र देव सिंह ने बताया कि आक्सीजन प्वाइंटस पर भरपूर मात्रा में आक्सीजन है। ऑक्सीजन के साथ-साथ लोगों को फ्री में मास्क भी दिया जात है। डा. हरेंद्र देव की तर्ज पर अन्य अस्पताल भी अब आक्सीजन प्वाइंटस बनाने पर विचार कर रहे हैं। इतना ही नहीं अस्पताल के व्हाट्सअप नं. पर भी संपर्क कर लोग ऑक्सीजन प्वाइंटस पर अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
दोस्तों ने 15 बेड का बनाया अस्थाई अस्पताल-
दूसरी इंसानियत की मिसाल पेश की बिजनौर के धामपुर शहर के कुछ दोस्तों ने। उन्होंने आगे आकर गरीब मरीज़ो के लिए 15 बेड का एक अस्थाई कोविड अस्पताल ही बना डाला। इतना ही नहीं इस अस्पताल में मुफ्त दवाओं ऑक्सीजन के साथ ही साथ तीमारदारों व मरीज़ो को मुफ्त खाना भी दिया जा रहा है। इस अनोखी पहल से इलाके के लोग बेहद खुश हैं। हॉस्पिटल में दिल्ली ऐम्स में अपनी सेवाएं देने वाले डा0 सोफिया अंजुम और सफदरजंग हॉस्पिटल में अपनी सेवा देने वाली डा0 साफिया सिराज काम कर रहे हैं। अस्पताल खोलने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नाजिम अहमद ने बताया कि जब उन्होंने क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप और कोविड मरीजों को इलाज न मिलने के हालातों को देखा तो उन्होंने यह कदम उठाया। और अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर कोविड अस्पताल बना दिया। डा.सोफिया अंजुम ने बताया कि इस टेंपरेरी कोविड अस्पताल में बकायदा 24 घंटे अनुभवी चिकित्सक और मेडिकल टीम तैनात रहती हैं। कोरोना के हल्के लक्षण वाले संक्रमितों का निःशुल्क इलाज और खाने पीने की भी व्यवस्था भी है। अस्पताल का शुभारंभ होते ही, यहां कोविड मरीजो की भर्ती भी शुरू कर दी गई है। इन दोस्तो की माने तो कोरोना जैसी महामारी के समय सभी लोगो को एक दूसरे की मदद के लिये आगे आना चाहिये और जितना संभव हो लोगों की मदद करनी चाहिये।
दूसरी इंसानियत की मिसाल पेश की बिजनौर के धामपुर शहर के कुछ दोस्तों ने। उन्होंने आगे आकर गरीब मरीज़ो के लिए 15 बेड का एक अस्थाई कोविड अस्पताल ही बना डाला। इतना ही नहीं इस अस्पताल में मुफ्त दवाओं ऑक्सीजन के साथ ही साथ तीमारदारों व मरीज़ो को मुफ्त खाना भी दिया जा रहा है। इस अनोखी पहल से इलाके के लोग बेहद खुश हैं। हॉस्पिटल में दिल्ली ऐम्स में अपनी सेवाएं देने वाले डा0 सोफिया अंजुम और सफदरजंग हॉस्पिटल में अपनी सेवा देने वाली डा0 साफिया सिराज काम कर रहे हैं। अस्पताल खोलने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नाजिम अहमद ने बताया कि जब उन्होंने क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप और कोविड मरीजों को इलाज न मिलने के हालातों को देखा तो उन्होंने यह कदम उठाया। और अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर कोविड अस्पताल बना दिया। डा.सोफिया अंजुम ने बताया कि इस टेंपरेरी कोविड अस्पताल में बकायदा 24 घंटे अनुभवी चिकित्सक और मेडिकल टीम तैनात रहती हैं। कोरोना के हल्के लक्षण वाले संक्रमितों का निःशुल्क इलाज और खाने पीने की भी व्यवस्था भी है। अस्पताल का शुभारंभ होते ही, यहां कोविड मरीजो की भर्ती भी शुरू कर दी गई है। इन दोस्तो की माने तो कोरोना जैसी महामारी के समय सभी लोगो को एक दूसरे की मदद के लिये आगे आना चाहिये और जितना संभव हो लोगों की मदद करनी चाहिये।
गुरुद्वारे के अध्यक्ष कर रहे लोगों की मदद- मदद के लिए लखनऊ स्थित आलमबाग गुरुद्वारे के अध्यक्ष निर्मल सिंह भी पीछे नहीं रहे। विदेशों में रहने वाले भारतीयों की ओर से आ रही आयी मदद को वह लोगों तक पहुंचा रहे हैं। निर्मल सिंह का कहना है कि उनके पास लंदन, अमेरिका, सिंगापुर व कनाडा से बड़ी संख्या में प्रवासियों के फोन आ रहे हैं और वो भारतीयों की मदद करना चाहते हैं। मदद करने वाले लोग विदेशों से पैसे और चिकित्सकीय उपकरण उनके गुरुद्वारे पर भेज रहे हैं और वो इस मदद को ज़रुरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं। इन पैसों के इस्तेमाल से निशुल्क ऑक्सीजन, मास्क वितरण, रोटी, कपड़ा, अंतिम संस्कार आदि महत्वपूर्ण व्यवस्था की जा रही हैं। इस मदद के कार्य में लगे किशोर सिंह ने बातचीत में बताया कि सिंगापुर निवासी नीतू चोपड़ा, अमेरिका में रह रहे अमरीश बहादुर और हिमांशु गोढवानी ने हम लोगों को राशन की किट उपलब्ध करायी है। ज़रुरतमंदो को आटा, चावल, दाल, समेत अन्य खाद्या सामग्री घर-घर उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि 11 गांवों की 21 बस्तियों तक ये मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है। आशियाना,आलमबाग, इंदिरानगर व एलडीए कॉलोनी सहित लखनऊ के कई हिस्सों में राहत का काम जोरो शोरो से चल रहा है। गुरुद्वारे के अध्यक्ष निर्मल सिंह ने बताया कोई भी व्यक्ति मोबाइल नंबर 9670888333 व 9554522225 पर संपर्क कर मदद ले सकता है। वहीं, लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के राजेंद्र सिंह बग्गा व महासचिव हरपाल सिंह जग्गी की ओर से संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार के लिए निःशुल्क वाहन सुविधा देने की भी शुरुआत की है।