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ओपन जिम का महत्व और भूमिका
ओपन जिम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं निखरेंगी। साथ ही, खेलो इंडिया सेंटर और आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेज में इंटरनेशनल स्तर के कोच द्वारा प्रशिक्षण से ये प्रतिभाएं और निखरेंगी। सरकार “एक जिला, एक खेल” (वन डिस्ट्रिक्ट, वन स्पोर्ट्स) योजना पर भी गंभीरता से काम कर रही है। हर जिले में खास खेलों को प्रोत्साहन देने और बेहतरीन बुनियादी सुविधाएं व प्रशिक्षण देने की योजना है। मेरठ में बन रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी खेल प्रतिभाओं को निखारने में मील का पत्थर साबित होगी। यह भी पढ़ें
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सात साल में खेल क्षेत्र का कायाकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खेलों के प्रति रुचि के कारण पिछले सात वर्षों में खेल जगत का पूरा परिदृश्य बदल गया है। कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और गाजियाबाद में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम बनाए गए हैं। कानपुर और लखनऊ में लगातार राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित हो रहे हैं। यह भी पढ़ें
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीसीसीआई द्वारा संचालित उत्तर प्रदेश का एकमात्र क्रिकेट स्टेडियम बनेगा। गोरखपुर में भी इंटरनेशनल स्तर के क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण की घोषणा की जा चुकी है।प्रेरणा और सम्मान: खेल हस्तियों को विशेष ध्यान
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम से स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के बाद अनुपूरक बजट में पद्म श्री बाबू केडी सिंह के बाराबंकी स्थित पैतृक निवास को संग्रहालय घोषित करने के लिए 19.34 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। गोरखपुर के रामगढ़ झील में नौकायन प्रतियोगिता के लिए पूरी सुविधा मौजूद है और राष्ट्रीय स्तर की एक सफल प्रतियोगिता वहां हो चुकी है। खेलो इंडिया के तहत उत्तर प्रदेश इंटर यूनिवर्सिटी गेम और नोएडा में पहली बार इंटरनेशनल बाइक रेस का आयोजन उत्तर प्रदेश के खेल सुविधाओं के विस्तार का सबूत है। यह भी पढ़ें
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बदलाव के दूरगामी और बहुआयामी प्रभाव
खेलों में आए इस बदलाव का प्रभाव दूरगामी और बहुआयामी होगा। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों से हॉस्पिटैलिटी और संबंधित सेक्टर्स को लाभ होगा। खेल सामग्री की मांग बढ़ने से संबंधित इंडस्ट्री को भी लाभ मिलेगा। स्थानीय स्तर पर रोजी-रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। युवाओं में जीत का जज्बा और अनुशासन का बढ़ना बोनस होगा। यह भी पढ़ें