उन्होंने कहा कि अखिलेश और शिवपाल के साथ आने से कुछ नहीं होगा। लोग सपा के गुंडागर्दी की वजह से नफरत कर रहे हैं। इसलिए उन्हें सत्ता में आने के लिए 10 साल लगेगा।
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शिवपाल और अखिलेश के साथ आने पर क्या बोले राजभर? ओपी राजभर ने सपा में प्रसपा का विलय होने पर कहा कि ये तो अखिलेश यादव बता सकते हैं कि दोनों नेताओं के साथ आने से संगठन मजबूत होगा कि नहीं। सपा से उबे हुए नाराज और नाखुश लोग प्रसपा में गए थे लेकिन प्रसपा का नेता ही सपा में चला गया। जहां से लोग नाराज थे। सहानुभूति में जीती डिंपल यादव ओपी राजभर ने कहा कि मैनपुरी में डिंपल यादव सिंपैथी में चुनाव जीती हैं। मैनपुरी की जनता ने पांच साल के लिए मुलायम सिंह यादव को वोट दिया था लेकिन बीच में नेताजी का निधन हो गया। जिसका श्रेय डिंपल यादव को मिला। चुनाव में सहानुभूति की लहर चल रही थी। जनता ने नेता जी को श्रद्धाजंलि देने के लिए उनके पक्ष में वोट किया।