सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव अपनी बैठक में मुझे नहीं बुलाते हैं। जयंत चौधरी को बुलाते हैं। उनका कहना होता है कि ये उनकी अंदरूनी मीटिंग है। राजभर का कहना है कि जयंत चौधरी को बुला सकते हैं तो उन्हे क्यो नहीं।
यह भी पढ़े – मुफ्त राशन पर यूपी सरकार का बड़ा फैसला, कार्ड धारकों को अब नहीं मिलेगा गेहूं अमित शाह और सीएम योगी ने किया फोन ओपी राजभर ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में मुझसे सीएम योगी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुझसे द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने की बात कही। मुझे डिनर पर बुलाया। गृह मंत्री मुझसे ये बात कह रहे हैं, जबकि मेरी कोई औकात नहीं। ऐसे में हमने द्रोपदी मुर्मू जी को समर्थन देने का फैसला किया है।
नौ रत्नों से घिरे रहें अखिलेश यादव ओपी राजभर ने समजावादी पार्टी के साथ रिश्तों पर कहा कि हमने उन्हें जनता के बीच मेहनत करने की सलाह दी। लेकिन हम निचले तबके से आते हैं। ऐसे में हमारी सलाह से ‘बड़े लोगों’ को दिक्कत होती है, तो आगे से हम कोई सलाह नहीं देंगे। अखिलेश यादव अपने नौ रत्नों से घिरे हैं तो घिरे रहें।