यात्रा में योगी आदित्यनाथ हाथ में तख्ती लिए चल रहे थे जो विभाजन के पीड़ितों का दर्द बयां कर रहा था। यात्रा सरदार वल्लभभाई पटेल प्रतिमा स्थल से शुरू हुई जहाँ त्रासदी में बलिदान हुए सभी निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित लोक भवन तक पहुंची। पदयात्रा में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह, बलवीर सिंह औलख, विधायक योगेश शुक्ल, ओपी श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, रामचंद्र प्रधान, मुकेश शर्मा, अनूप गुप्ता, उमेश द्विवेदी, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
योगी ने कांग्रेस को बताया सत्तालोलुप
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जब भारत के क्रांत्रिकारियों ने लड़ाई ली तब देश को विभाजन का सामना करना पड़ा। जो कार्य किसी दौर में नहीं हुआ दुर्भाग्य से सत्तारूढ़ कांग्रेस की सत्ता के प्रति अभिलिप्सा और लोलुपता ने त्रासदी के रूप में विभाजन की त्रासदी के रूप में हम सबके सामने प्रस्तुत कर दिया और स्वतंत्र भारत को एक सीए नौसुर दे दिया जो आज भी आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद के रूप में भारत को दंश देता रहता है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को लेकर दिया ये बड़ा बयान
योगी आदित्यनाथ ने कहा “या तो पाकिस्तान का भारत में विलय होगा या पाकिस्तान इतिहास से समाप्त होगा, हमेशा के लिए समाप्त होगा।” योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि बांग्लादेश के हिन्दुओं का अभिनन्दन करते हुए कहा “चटगांव में लाखों हिन्दू जुटकर अपनी बातों के लिए दुनिया के सामने गुहार लगा रहे थे। मैं धन्यवाद दूंगा और अभिनन्दन करूंगा उन हिन्दुओं का जिन्होंने इतना साहस किया है की बांग्लादेश में रहकर भी नरपिचासों का वास्तविक चेहरा दिखाया है।”
क्यों मनाते हैं विभाजन विभीषिका दिवस?
देश की आजादी से पहले हुए बंटवारे को याद करते हुए हम विभाजन विभीषिका दिवस मानते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2021 से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में मानाने का एलान किया था।