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चुनाव को देखकर जगा दलित प्रेम जारी बयान में उन्होंने कहा है कि सपा प्रमुख का इस समय दलित प्रेम जगा है। जब सत्ता में थे को कासगंज का नाम जिसे मायावती ने कांशीराम के नाम पर रखा था उसे बदलने का काम अखिलेश ने किया। उन्होंने कहा है कि यदि अखिलेश यादव को दलितों की इतनी ही चिंता है और वह चाहते हैं कि दलित हर क्षेत्र में आगे बढ़ें तो बसपा से गठबंधन कर मायावती को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रस्तुत करें। मायावती नहीं तो किसी और दलित चेहरा को इसके लिए आगे करें।
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यूपी में शराबबंदी का फैसला करे प्रदेश सरकार राजभर ने कहा है कि वह इस समय किसी गठबंधन में नहीं हैं। नगर निकाय चुनाव वह अकेले लड़ेगे। जिन निकायों में उनकी पार्टी संगठन का आधार मजबूत है वहां प्रत्याशी उतारेंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि राम और कृष्ण की धरती यूपी में शराबबंदी का फैसला करे प्रदेश सरकार। गांधी की धरती गुजरात, बुद्ध की धरती बिहार में शराब बंद हो सकता है कि भगवान राम और कृष्ण की धरती यूपी में भी शराब बंद होनी चाहिए।