उन्होंने कहा कि इस घटना को कोलकाता की घटना से नहीं जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि उत्तराखंड में यह दुर्लभ घटना है। उत्तराखंड एक शांतिप्रिय राज्य है। यहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जाती है। पुलिस और राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लगातार बनाए रखने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
हर थाने में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था की है: उत्तराखंड एडीजी
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने हर थाने में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था की है। साथ ही पुलिस सभी कामकाजी महिलाओं से गौरा देवी ऐप का इस्तेमाल करने की अपील करती है ताकि महिला सुरक्षा का समाधान हो सके।क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि तस्लीम उत्तराखंड के एक निजी अस्पताल में नर्स के पद पर काम करती थी। तस्लीम पिछले महीने 30 जुलाई से लापता थी। 31 जुलाई को उसकी बहन ने रुद्रपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो एक के बाद एक कई परतें खुलती चली गईं। मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो तस्लीम 30 जुलाई को इंदिरा चौक, रुद्रपुर से ऑटो में जाती हुई नजर आई। लेकिन वह अपने घर यानी वसुंधरा अपार्टमेंट नहीं पहुंची। यह भी पढ़ें