लखनऊ

New Year Road Accident: नए साल के जश्न का कहर: 448 लोग अस्पताल पहुंचे, कई गंभीर, ट्रॉमा सेंटर में अफरा-तफरी

New Year Road Accident: नए साल का जश्न लखनऊ में कई लोगों के लिए भारी साबित हुआ। सड़क हादसों और फूड प्वाइजनिंग के चलते 448 लोग प्रमुख अस्पतालों की इमरजेंसी पहुंचे। सिविल, बलरामपुर, लोकबंधु और ट्रॉमा सेंटर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। समय पर इलाज से अधिकांश को छुट्टी मिली, लेकिन कई गंभीर मरीज भर्ती किए गए।

लखनऊJan 02, 2025 / 07:59 am

Ritesh Singh

लखनऊ में सड़क हादसे और फूड प्वाइजनिंग ने बिगाड़ी सेहत, अस्पतालों में इमरजेंसी का माहौल

New Year Road Accident: नए साल का जश्न मनाने की खुमारी कई लोगों पर भारी पड़ी। राजधानी के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में सड़क हादसों और फूड प्वाइजनिंग के चलते कुल 448 लोग उपचार के लिए पहुंचे। इस दौरान अस्पतालों की इमरजेंसी में अफरा-तफरी का माहौल रहा। गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया, जबकि बेहद गंभीर लोगों को केजीएमयू ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
अस्पतालों में इमरजेंसी अलर्ट ने संभाला मोर्चा
लखनऊ के सभी बड़े अस्पताल पहले से अलर्ट पर थे। नए साल की रात से लेकर सुबह तक कुल 12 घंटों में सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंचे। इनमें ज्यादातर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन कुछ गंभीर और बेहद गंभीर मरीजों को भर्ती करना पड़ा।
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सिविल अस्पताल
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार रात 8 बजे से बुधवार सुबह 8 बजे तक कुल 225 मरीज इमरजेंसी में पहुंचे। इनमें 2 एक्सीडेंटल, 3 मेडिको लीगल और 1 बर्न केस शामिल था। इनमें से 14 गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया।
बलरामपुर अस्पताल
बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में कुल 152 मरीज पहुंचे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय तेवतिया के अनुसार, इनमें से 17 मरीजों को गंभीर चोटों के कारण भर्ती करना पड़ा। उन्होंने बताया कि कुछ मरीज बेहद गंभीर हालत में लाए गए, जिन्हें तत्काल उपचार मुहैया कराया गया।
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लोकबंधु अस्पताल
कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल में 12 घंटे के दौरान कुल 71 मरीज पहुंचे। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव दीक्षित ने बताया कि इनमें 42 पुरुष और 29 महिला मरीज थे। इनमें 4 को गंभीर हालत के चलते भर्ती किया गया। साथ ही, 2 मेडिको लीगल और 6 डॉग बाइट के मामले भी दर्ज हुए।
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर
ट्रॉमा सेंटर में कुल 25 मरीज पहुंचे, जिनमें से कई को दूसरे अस्पतालों से रेफर किया गया था। यहां सड़क हादसों में घायल मरीजों की संख्या अधिक रही।

नए साल की रात का आंकड़ा

अस्पताल मरीजों की संख्या भर्ती मरीज
सिविल अस्पताल 225 14
बलरामपुर अस्पताल 152 17
लोकबंधु अस्पताल 71 4
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर 25 –
फूड प्वाइजनिंग और सड़क हादसे बने प्रमुख कारण
इस बार नए साल के जश्न के दौरान फूड प्वाइजनिंग के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी गई। साथ ही, तेज गति से वाहन चलाने और शराब के नशे में गाड़ी चलाने के कारण सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हुआ।
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अस्पताल प्रबंधन ने किया बेहतर प्रबंधन
अस्पतालों में पहले से जारी अलर्ट और स्टाफ की तत्परता ने स्थिति को नियंत्रण में रखा। ज्यादातर मरीजों को समय पर उपचार देकर छुट्टी दे दी गई।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को जश्न मनाते समय सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि शराब के सेवन से बचें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।

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