आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश बताते हैं अप्रैल से अमूमन गर्मी के दिन शुरू होते हैं, लेकिन अप्रैल से अभी तक 66 दिनों में यूपी का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया। वहीं 66 दिनों में पश्चिमी विक्षोभ ने काफी मेहरबानी दिखाई।
मानसून ने पकड़ी रफ्तार, 51 जिलों में झमाझम बारिश के साथ इस दिन होगी यूपी में एंट्री
इसके चलते ज्यादातर दिनों में बादल, आंधी और बारिश ने मौसम को खुशगवार बनाए रखा। मो. दानिश के अनुसार जम्मू कश्मीर में एक जून से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। यह दो जून की रात तक यूपी पहुंच जाएगा। इसके साथ ही अगले 5 दिन यानी 7 जून तक यूपी में फिर से आंधी और बारिश का दौर शुरू होगा। इन दिनों में होने वाली बारिश अब मानसून सीजन में जुड़ेगी।आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश बताते हैं इस बार हर महीने औसतन सात पश्चिमी विक्षोभ आए, जिसकी वजह से मौसम में बदलाव आया। बादल, आंधी व बारिश हुई। इन विक्षोभों ने पश्चिमी हवा को स्थिर नहीं होने दिया। मई का महीना भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है।
खुद को क्राइम ब्रांच का दरोगा बताकर वसूली करने वाले जालसाज को बीवी ने कराया अंदर, जानें पूरा मामला
इस दौरान लू के दिन भी अधिक रहते हैं, लेकिन 2021 के बाद दूसरी बार ऐसी स्थिति बनी है कि मई में लू नहीं चली। गर्मी के तेवर नरम रहे। 2021 में अप्रैल में लू चल गई थी, लेकिन इस बार पूरे सीजन में नहीं चली।वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मो. दानिश ने बताया कि पिछले पांच दिन से जारी आंधी और बारिश का दौर फिलहाल थम गया, लेकिन मौसम सुहाना बना हुआ है। नौतपा के सातवें दिन भी गर्मी के तेवर ढीले रहे। जम्मू कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। एक जून को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवातीय घेरे बने हुए हैं। एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है।