25,000 यात्रियों के लिए स्पेस पहले चरण में, प्लेटफॉर्म 1 पर दो मंजिला संरचना नियमित दिनों में औसतन 15,000 यात्रियों को और दशहरा, राम नवमी, दिवाली और परिक्रमा के दिनों में 25,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगी। दूसरे चरण के पूरा होने के बाद, स्टेशन चार गुना अधिक यात्रियों को संभाल सकता है।
ज़रूरत की सारी सेवायें होंगी उपलब्ध मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ (एनआर) सुरेश कुमार सपरा ने कहा, “दिसंबर तक पूरा होने वाला नया भवन तीर्थयात्रियों जैसे डॉर्मिटरी, क्लोकरूम, बीमार कमरे, दुकानें, फूड कोर्ट, सर्कुलेटिंग एरिया, एस्केलेटर, एयर कंडीशनिंग, सेवानिवृत्त होने वाले तीर्थयात्रियों की सभी जरूरतों को पूरा करेगा। कमरा, एलईडी होर्डिंग, मेला शेड, पार्किंग, स्टेशन तक पहुंचने के लिए नई सड़क और अन्य।”
लागत 30 करोड़ बढ़ी उन्होंने कहा, “हालांकि, नई इमारत को जोड़ने वाला 2 फुट का ओवरब्रिज मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा।”
पहले चरण के जून तक पूरा होने की उम्मीद थी लेकिन समय सीमा को सितंबर में शिफ्ट कर दिया गया था। देरी के साथ, निर्माण की लागत भी शुरुआती 104 करोड़ रुपये से बढ़ के 134 करोड़ रुपये हो गयी है।