ये भी पढ़ें- रूस से लौटे सीएम योगी ने तुंरत की प्रेस वार्ता, की बहुत बड़ी घोषणा, किसानों के लिए आई खुशखबरी नीरज शेखर के इस्तीफे से रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन आखिर दिन बुधवार को इस सीट के लिए विपक्ष की ओर से कोई भी पर्चा दाखिल नहीं हुआ है। इसके बाद से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे का राज्यसभा की सीट पर निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है। इस सीट का कार्यकाल 25 नवंबर, 2020 तक है। नीरज का दोबारा राज्यसभा पहुंचना अब तय है।
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राज्यसभा चुनाव के गणित को देखा जाए तो भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सदन में सबसे बड़ी पार्टी है, वहीं विपक्षी सदस्यों की संख्या बेहद कम है। इसलिए भी ऐसे में बड़ी संभावना है कि उक्त सदन की सीट से नीरज शेखर के अलावा कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं आएगा। इसके अलावा अब नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों के पर्चों की स्क्रूटनी 16 अगस्त को होगी, तो वहीं 19 अगस्त को नामांकन वापस लिया जा सकता है। चुनाव आयोग के मुताबिक, यदि जरूरी हुआ तो मतदान 26 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राज्यसभा चुनाव के गणित को देखा जाए तो भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सदन में सबसे बड़ी पार्टी है, वहीं विपक्षी सदस्यों की संख्या बेहद कम है। इसलिए भी ऐसे में बड़ी संभावना है कि उक्त सदन की सीट से नीरज शेखर के अलावा कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं आएगा। इसके अलावा अब नामांकन भरने वाले प्रत्याशियों के पर्चों की स्क्रूटनी 16 अगस्त को होगी, तो वहीं 19 अगस्त को नामांकन वापस लिया जा सकता है। चुनाव आयोग के मुताबिक, यदि जरूरी हुआ तो मतदान 26 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।
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