ये भी पढ़ें- Independence Day: तबके डाकुओं में भी हिलोरे मारती थी देशभक्ति की भावना, अंग्रेजों के ऐसे छुड़ाए थे छक्के आपको बाद के नीरज शेखर की इस्तीफे के बाद अब समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रहे संजय सेठ (Sanjay Seth) और सुरेंद्र सिंह नागर (Surendra Singh Nagar) ने भी पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। दोनों का ही राज्यसभा में कार्यकाल चार जुलाई 2022 तक था। इसके बाद से ही यह चर्चा जोरों पर है कि सपा के कुछ और नेता भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। समाजवादी पार्टी से नेताओं का मोहभंग होना पार्टी के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। और बुधवार को नीरज शेखर के बयान ने पार्टी के अध्यक्ष की चिंता और बढ़ा दी है। उन्होंने साफ कहा है कि भाजपा में कई लोग शामिल होने जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- रुस से लौटे सीएम योगी ने तुंरत की प्रेस वार्ता, की बहुत बड़ी घोषणा, किसानों के लिए आई खुशखबरी नीरज शेखर ने दिया बड़ा बयान- नामांकन प्रक्रिया के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि चुनाव में हार और हार लगी रहती है, लेकिन समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा था, जिस कारण मुझे इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने आगे बताया कि भाजपा ने सम्मान दिया है इसलिए मैं इस पार्टी से जुड़ा हूं। नीरज शेखर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व ने कभी भी मुझसे बात ही नहीं की। देश में एक ही पार्टी (बीजेपी) है जो राष्ट्र के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सपा के साथ-साथ कई और पार्टियों से निराश लोग भी भाजपा में आएंगे। वहीं अब अखिलेश यादव के सामने पार्टी से छिटकते वोट बैंक को संजोने के साथ-साथ अपनों को दूर जाने से रोकने की कड़ी चुनौती है।