स्व0 तिवारी के निधन का दुःखद समाचार मिलते ही प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में शोक की लहर दौड़ गयी तथा मुख्यालय में शोकसभा आयोजित की गयी एवं शोक प्रस्ताव पारित कर स्व0 तिवारी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। शोक प्रस्ताव में कहा गया है कि स्व0 तिवारी जी का निधन भारतीय राजनीति एवं सार्वजनिक जीवन की अपूर्णीय क्षति है। उन्होने उ0प्र0, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री रहते जो जनकल्याणकारी एवं विकास के लिए ठोस कदम उठाये वह सदैव याद किया जायेगा। इतना ही नहीं स्व0 तिवारी ने राजनीतिक में शुचिता और पारदर्शिता एवं सामाजिक सामन्जस्य के साथ समाज और देश को आगे ले जाने में जो योगदान किया है उसे कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता। उनके निधन से भारतीय राजनीति के एक युग का अन्त हो गया है।
महान स्वप्नदर्शी राजनेता थे
महान स्वप्नदर्शी राजनेता थे
शोक प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि स्व0 तिवारी युग दृष्टा और महान स्वप्नदर्शी राजनेता थे। उनके द्वारा देश और प्रदेश में विकास का जो मार्ग प्रशस्त किया गया और विशेषकर उ0प्र0 एवं उत्तराखण्ड में उच्च तकनीकी के माध्यम से चाहे मजबूत सड़कों का निर्माण हो, या बड़े-बड़े शहरों का नियोजित विकास या शिक्षा, विद्युत एवं औद्योगिक क्षेत्र में तीव्र गति से विकास हो या किसानों के लिए महत्वाकांक्षी योजनाएं हों, या राजनीति
पक्ष एवं विपक्ष को सबको साथ लेकर चलने की महान योग्यता हो, तिवारी जी ने अपने युग में सबसे अलग पहचान दी।
शोक सभा में शामिल हुए
पक्ष एवं विपक्ष को सबको साथ लेकर चलने की महान योग्यता हो, तिवारी जी ने अपने युग में सबसे अलग पहचान दी।
शोक सभा में शामिल हुए
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोआर्डिनेटर राजीव बख्शी ने बताया कि शोकसभा में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं प्रभारी प्रशासन डाॅ0 आर0पी0 त्रिपाठी, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष नईम सिद्दीकी, ओंकारनाथ सिंह, अशोक सिंह, सम्पूर्णानन्द, शिव पाण्डेय, ब्रजेन्द्र कुमार सिंह, पीयूष मिश्रा, पंकज तिवारी, मुकेश सिंह चैहान, शैलेन्द्र सिंह, यशवन्त सिंह, अनूप पटेल, बी0डी0 सिंह, नीरज तिवारी, चन्द्रशेखर मिश्रा, मो0 नासिर, आकाश तिवारी, रविन्द्र सिंह, विवेक श्रीवास्तव सहित सैंकड़ों कांग्रेसजनों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।