Mustard oil Rate Today (7th April 2022) : देशभर के बाजारों में सोना-चांदी हो या फिर भवन निर्माण सामग्री सभी के रेट काफी ऊपर हैं। वहीं तेल तिलहन बाजार में फिलहाल सरसों का तेल काफी महंगा है। विपक्ष का दावा हे कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश के साथ पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के कारण महंगाई बढ़ने नहींं दी। अगर ऐसा होता तो भाजपा को नुकसान हो सकता था। इसी कारण अब महंगाई आसमान छू रही है। वायदा बाजार के जानकारों का कहना है कि जल्द ही वायदा बाजार में फिर से रौनक लौटेगी।
यह भी पढ़ें- सरसों के तेल में फिर तगड़ी गिरावट, जानें आज कितना हुआ सस्ता उत्तर प्रदेश के वायदा बाजार में सर्वाधिक सरसों के तेल के रेट आज 7 अप्रैल को भी इलाहाबाद में ही लगातार छठे दिन 168 रुपये प्रति लीटर पर खुले हैं। जबकि 1 अप्रैल को अंबेडकरनगर में 172 रुपये प्रति लीटर थे। वहीं 31 मार्च को हमीरपुर में 169 रुपये प्रति लीटर थे। इसी तरह 30 मार्च को गाेंडा में 167 रुपये, 29 मार्च को हमीरपुर में ही 169 रुपये, 27 और 28 मार्च को बहराइच में 168 रुपये प्रति लीटर, 26 मार्च को कानपुर में 170 रुपये, 25 मार्च को गाजियाबाद में 167 रुपये और 24 मार्च को गाजियाबाद में ही 165 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए थे।
यह भी पढ़ें- तगड़ी गिरावट के साथ थमे सरसों के तेल भाव, विशेषज्ञ बोले- यही खरीदारी का सही समय उत्तर प्रदेश के तेल तिलहन बाजार में न्यूनतम सरसों के तेल के रेट आज भी 7 अप्रैल को भी मैनपुरी में ही लगातार छठे दिन 143 रुपये प्रति लीटर पर खुले हैं। जबकि 1 अप्रैल को एटा में महज 134 रुपये प्रति लीटर थे। वहीं 31 मार्च को मैनपुरी में ही 143 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए थे। इसी तरह 30 मार्च को अलीगढ़ में 144 रुपये, 27, 28 और 29 मार्च को मैनपुरी में 143 रुपये, 26 मार्च को एटा में 139 रुपये प्रति लीटर, एटा में ही 23, 24 और 25 मार्च को 128 रुपये, 21 तो 22 मार्च को फर्रुखाबाद में 149 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए थे।