प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ 3 मई को तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर गए। दौरे में उन्होंने अपने पैतृक गांव पंचूर में पहुंचकर मां से मुलाकात की। मां से मिलते ही ट्वीट करते हुए अपनी मां की तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की तो वह वायरल हो गई। इसी तस्वीर के आधार पर मुनव्वर राना ने अपनी शायरी की रचना की है। मां को लेकर मुनव्वर राना के शेर खासे चर्चित रहे हैं। ‘किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई, मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में मां आई’ जैसी शायरियों के रचनाकार मुनव्वर राणा ने योगी की मां से मुलाकात पर भी अपनी प्रसिद्ध शायरी लिखी।
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जीत पर प्रदेश छोड़ने की कही थी बात यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मुनव्वर राणा ने मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर योगी आदित्यनाथ दोबारा प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे यूपी छोड़ देंगे। मुनव्वर ने कहा था कि अपनी मिट्टी को छोड़ना दुख तो देगा, लेकिन जब घोसला खतरे में हो तो चिड़ियां भी अपना आशियाना छोड़ जाती है। सत्ता के लोग फरिश्ता बनकर अब निकल पड़े हैं। उनको याद नहीं कि जात-पात के नाम पर क्या जादातियां की? कोरोना में कितने लोग मरे, कितने लोग पैदल गुजरते मर गए, सब भुला दिया गया। इस चुनाव सबका हिसाब होगा। इस बयान को लेकर काफी चर्चा में भी रहे। हालांकि चुनाव के बाद इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखी।
जीत पर प्रदेश छोड़ने की कही थी बात यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मुनव्वर राणा ने मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर योगी आदित्यनाथ दोबारा प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे यूपी छोड़ देंगे। मुनव्वर ने कहा था कि अपनी मिट्टी को छोड़ना दुख तो देगा, लेकिन जब घोसला खतरे में हो तो चिड़ियां भी अपना आशियाना छोड़ जाती है। सत्ता के लोग फरिश्ता बनकर अब निकल पड़े हैं। उनको याद नहीं कि जात-पात के नाम पर क्या जादातियां की? कोरोना में कितने लोग मरे, कितने लोग पैदल गुजरते मर गए, सब भुला दिया गया। इस चुनाव सबका हिसाब होगा। इस बयान को लेकर काफी चर्चा में भी रहे। हालांकि चुनाव के बाद इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखी।