दिल से लेते थे मुलायम फैसले मुलायम सिंह यादव अपने जीवन में तमाम ऐसे फैसले लिए जो राजनीतिक लिहाज से गलत है लेकिन भावनात्मक मुलायम ने अपने नुकसान व फायदे की परवाह किए बगैर अपने दिल की सुनी। इसे मुलायम सिंह यादव का बड़ा दिल ही कहेंगे कि मुलायम सिंह यादव ने साधना गुप्ता को अपनी मां के इलाज के दौरान की गई सेवा के बदले ऐसा तोहफा दिया कि उन्हें अपनी पत्नी बना लिया, बताते चलें मुलायम सिंह यादव ने दो शादियां की हैं। साधना गुप्ता उनकी दूसरी पत्नी हैं।
पहली पत्नी की मृत्यु के बाद की थी दूसरी शादी Mulayam singh yadav love story मुलायम सिंह की पहली पत्नी मालती देवी हैं जिनका 2003 में निधन हो गया था जिसके बाद 23 मई 2003 को यादव ने साधना गुप्ता से दूसरी शादी कर ली थी। साधना गुप्ता पहले से शादीशुदा थी उसके बावजूद भी मुलायम सिंह यादव ने उन्हें अपनी पत्नी का दर्जा दिया।
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साधना ने मुलायम को पाने के लिए की थी लंबी साधना मुलायम सिंह की पत्नी बनने के लिए साधना ने लंबी साधना की थी बताते चलें मुलायम सिंह यादव की मां मूर्ति देवी काफी बीमार रहते थे। साधना गुप्ता ने उनकी सेवा करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। साधना गुप्ता ने लखनऊ के नर्सिंग होम व सैफई मेडिकल कॉलेज में मुलायम की मां की बेटी की तरह देखभाल की। इससे मुलायम सिंह यादव काफी प्रभावित थे। एक बार तो ऐसा हुआ कि मुलायम सिंह की मां की देखभाल करने वाली नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी तभी साधना गुप्ता ने उसे रोक लिया और मां की जान बचाई। मुलायम सिंह साधना गुप्ता के इस कार्य से काफी खुश हुए, इसी के बाद से मुलायम सिंह व साधना गुप्ता की नजदीकियां बढ़ती गई। दोनों एक दूसरे के प्यार में डूब गए इसके बाद मालती देवी की मृत्यु के बाद मुलायम सिंह यादव ने दुनिया की परवाह किए बगैर साधना गुप्ता को अपना लिया और उनसे दूसरी शादी की। प्रतीक यादव साधना गुप्ता के बेटे हैं इनकी पत्नी अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है।
साधना ने मुलायम को पाने के लिए की थी लंबी साधना मुलायम सिंह की पत्नी बनने के लिए साधना ने लंबी साधना की थी बताते चलें मुलायम सिंह यादव की मां मूर्ति देवी काफी बीमार रहते थे। साधना गुप्ता ने उनकी सेवा करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। साधना गुप्ता ने लखनऊ के नर्सिंग होम व सैफई मेडिकल कॉलेज में मुलायम की मां की बेटी की तरह देखभाल की। इससे मुलायम सिंह यादव काफी प्रभावित थे। एक बार तो ऐसा हुआ कि मुलायम सिंह की मां की देखभाल करने वाली नर्स मूर्ति देवी को गलत इंजेक्शन लगाने जा रही थी तभी साधना गुप्ता ने उसे रोक लिया और मां की जान बचाई। मुलायम सिंह साधना गुप्ता के इस कार्य से काफी खुश हुए, इसी के बाद से मुलायम सिंह व साधना गुप्ता की नजदीकियां बढ़ती गई। दोनों एक दूसरे के प्यार में डूब गए इसके बाद मालती देवी की मृत्यु के बाद मुलायम सिंह यादव ने दुनिया की परवाह किए बगैर साधना गुप्ता को अपना लिया और उनसे दूसरी शादी की। प्रतीक यादव साधना गुप्ता के बेटे हैं इनकी पत्नी अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है।