ये भी पढ़ें- सजा नहीं मौज का अड्डा बना जेल परिसर, कैदी कर रहे हैं ऐसा गलत काम, तस्वीरें वायरल कांग्रस प्रदेश प्रवक्ता ने दी निष्कासन की जानकारी-
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्यों अनुग्रह नारायण सिंह, विनोद चौधरी और राम जियावन ने समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद व संत कबीर नगर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे भालचंद्र यादव को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। भालचंद्र यादव पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए है, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्यों अनुग्रह नारायण सिंह, विनोद चौधरी और राम जियावन ने समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद व संत कबीर नगर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे भालचंद्र यादव को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। भालचंद्र यादव पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए है, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है।
ये भी पढ़ें- यूपी के इन 7 शहरों में नक्सलियों ने दी दस्तक, आई बहुत बड़ी खबर, यूपी पुलिस अलर्ट मुलायम के करीबी माने जाते हैं भालचंद्र-
भालचंद्र यादव समाजवादी पार्टी के पुराने नेता माने जाते हैं और मुलायम के बेहद करीबी हैं। भालचंद यादव ने 2004 और 2009 में संतकबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। 2014 में मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और वहां से भाजपा के शरद त्रिपाठी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में सपा के बसपा के गठबंधन से भालचंद्र नाखुश थे।
भालचंद्र यादव समाजवादी पार्टी के पुराने नेता माने जाते हैं और मुलायम के बेहद करीबी हैं। भालचंद यादव ने 2004 और 2009 में संतकबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। 2014 में मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और वहां से भाजपा के शरद त्रिपाठी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2019 लोकसभा चुनाव में सपा के बसपा के गठबंधन से भालचंद्र नाखुश थे।
ये भी पढ़ें- सड़क हादसों को लेकर सीएम योगी ने बुलाई बैठक, सभी जिलाधिकारियों को तुरंत दिए यह निर्देश सपा में टिकट न मिलने के चलते आए थे कांग्रेस में- सपा का बसपा से गठबंधन होने के बाद संत कबीर नगर की सीट बसपा के पाले में चली गई थी। जिससे सपा से दो बार सांसद रहे भालचंद्र यादव काफी आहत हुए। पार्टी में अफनी अनदेखी के बाद उन्होंने सपा से बगावत कर दी थी। गठबंधन के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। अंत में उन्होंने सपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कांग्रेस ने संत कबीर नगर संसदीय क्षेत्र से अपने प्रत्याशी (परवेज खान) को बदलकर 24 घंटे पहले पार्टी में शामिल हुए भालचंद्र यादव को टिकट दे दिया था।