क्यों पड़ी जरूरत दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी। इस दौरान उन्होंने सिविल सेवा व एनडीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए मुफ्त कोचिंग योजना शुरू करने की घोषणा की थी। शासन स्तर पर योजना की रूपरेखा तैयार कर इसे अंतिम रूप देने की तैयारी चल रही थी। तैयारियां पूरी होने पर स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ की शुरुआत की। योजना को शुरू करने का मकसद आर्थिक रूप से पिछले युवाओं को शिक्षा देकर उन्हें स्वावलंबी बनाना है। इस कोचिंग में ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल और लेक्चर के साथ ही ऑफलाइन क्लास (भौतिक कक्षाओं) में आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा। योजना के तहत यह कोचिंग बसंत पंचमी से शुरू की जाएगी।
पहले से कौन-कौन सी चल रहीं सरकारी कोचिंग इस तरह की पहले से कुछ कोचिंग रहीं हैं जिन्हें होनहार छात्रों की मदद के लिए शुरू किया गया है। जैसे कि- आईएस पीसीएम निशुल्क कोचिंग योजना- 2021, यूपी आईएएस पीसीएस मुफ्त कोचिंग ऑनलाइन- 2020, आदि।
किसको मिलेगी कोचिंग प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के युवाओं के लिए इस योजना के तहत निशुल्क कोचिंग दी जाएगी। ऐसे युवा जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं और जो महंगी कोचिंग नहीं कर पाते, ऐसे होनहार छात्रों को राहत देने के लिए इसकी शुरुआत की गई है।
कैसे मिलेगा दाखिला इस योजना के तहत कोचिंग में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को टेस्ट देना होगा। चयनिय छात्रों को कोचिंग में पढ़ाया जाएगा। योजना की शुरुआत प्रदेश के 18 मण्डल मुख्यालयों से की जाएगी। उसके बाद इस योजना का हर जिले में विस्तार होगा। योजना के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रदेश सरकार के अनुभवी अधिकारियों के अलावा विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का पैनल तैयार किया जाएगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं का मार्गदर्शन करेगा।