अभ्युदय कोचिंग के संबंध में मुख्य सचिव आरके तिवारी ने शनिवार को आदेश जारी किया। शासनादेश के अनुसार, वसंत पंचमी से मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर एक निश्शुल्क प्रशिक्षण केंद्र मंडलायुक्त की अध्यक्षता में शुरू किए जाएंगे। कोचिंग में सेवारत आइएएस, आइपीएस, भारतीय वन सेवा, पीसीएस, पीपीएस संवर्ग और अन्य संवर्ग के अधिकारियों, सेवानिवृत्त अधिकारियों,विषय विशेषज्ञों द्वारा संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोक सेवा आयोग आदि के प्रतियोगी छात्रों के लिए राज्य व मंडल स्तर पर फिजिकल-वर्चुअल क्लास निशुल्क चलाई जाएगी। ख्याती प्राप्त संस्थाओं से पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
सोशल साइट पर अपलोड होगा वीडियो कोचिंग में पढ़ाए जाने वाला विषय सोशल साइट पर अपलोड किया जाएगा। विषय विशेषज्ञों द्वारा युवाओं के लिए कैरियर काउंसिलिंग सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा। राज्य स्तरीय समिति व मंडल स्तरीय समिति द्वारा व्याख्यान-लेक्चर को फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया जाएगा।
कैसे मिलेगा दाखिला इस योजना के तहत कोचिंग में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को टेस्ट देना होगा। चयनिय छात्रों को कोचिंग में पढ़ाया जाएगा। योजना की शुरुआत प्रदेश के 18 मण्डल मुख्यालयों से की जाएगी। उसके बाद इस योजना का हर जिले में विस्तार होगा। योजना के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रदेश सरकार के अनुभवी अधिकारियों के अलावा विश्वविद्यालयों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का पैनल तैयार किया जाएगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं का मार्गदर्शन करेगा।