जेलर को दी थी जान से मारने की धमकी जानकारी के मुताबिक, साल 2003 में मुख्तार अंसारी पर जेलर एसके अवस्थी ने आलमबाग थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जेल में मुख्तार से मिलने आए लोगों की तलाशी का आदेश देने पर माफिया ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। उनके साथ गाली-गलौज भी की थी और गुस्से में जेलर पर पिस्तौर भी तान दी थी। हालांकि इस मामले में मुख्तार ट्रालय कोर्ट से बरी हो गया था। बाद में राज्य सरकार ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है और अंसारी को 7 साल की कैद की सजा सुनाई गई है।