यह भी पढ़े – मुख्तार अंसारी के ‘भगोड़े’ बेटे अब्बास को लेकर छापेमारी तेज, कई पुलिसकर्मी तलाश में ये है पूरा मामला बता दें कि विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ 12 अक्टूबर, साल 2019 में लखनऊ के महानगर थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि अब्बास अंसारी ने 2012 में डीबीडीएल गन का लाइसेंस लिया था। जिसके बाद उसने अपना शस्त्र लाइसेंस दिल्ली के पते पर स्थानांतरित करवा लिया। इस बीच पुलिस का आरोप था कि अब्बास अंसारी ने खुद को विख्यात निशानेबाज दिखाकर दिल्ली वाले पते के शस्त्र लाइसेंस पर कई असलहे खरीद लिए। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अब्बास अंसारी ने बिना राजधानी पुलिस को जानकारी दिए और अनुमति लिए धोखाधड़ी के जरिए लाइसेंस को दिल्ली स्थानांतरित करा लिया था।
यह भी पढ़े – डॉक्टर की घसीटामार राइटिंग ने छीन ली मासूम की जिंदगी, परिजनों में मचा कोहराम लुकआउट नोटिस जारी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बाद से ही कोर्ट ने 25 अगस्त को अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित किया था। पिछले दिनों अब्बास के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया। उसकी तलाश में आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों का लगाया गया था। लखनऊ पुलिस की टीमों ने एक साथ राजधानी के दारुलशफा और कई अन्य जिलों में दबिश दी लेकिन पुलिस को अभी तक अब्बास के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी है। इसके बाद टीम ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की मौके पर जांच पड़ताल भी की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। उसकी तलाश के लिए मऊ और गाजीपुर जनपद में भी पुलिसकर्मियों को दबिश के लिए भेजा गया था।