सुलतानपुर में जून महीने की गर्मी ने पिछले 20 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, इससे पहले वर्ष 2000 में ऐसी ही चिपचिपाहट भरी गर्मी पड़ी थी। सुलतानपुर के मौसम विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. जेपी तिवारी के मुताबिक, छिटपुट बारिश से कोई फायदा नहीं होने वाला है, बल्कि यह बारिश लोगों को तकलीफ ही ज्यादा देगी। हल्की बारिश के बाद निकलने वाली धूप से उमस और बढ़ेगी।
मानसून को फिर नहीं पढ़ पाया मौसम विभाग, समय से पहले दी दस्तक, इस साल जमकर होगी बारिश
बिजली कटौती भी कर रही परेशान
उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मानसून की धमाकेदार एंट्री हुई थी, लेकिन जून के आखिर तक आते-आते मानसून सुस्त पड़ गया। इस बीच सूर्यदेव भले ही बादलों की ओट में छिप जा रहे हैं, लेकिन उमस भरी गर्मी पसीने-पसीने कर दे रही है। न बाहर चैन मिल रहा है और न ही घर में सुकूं। कूलर-पंखे गरम हवाएं फेंक रहे हैं जबकि एसी को रूम ठंडा करने में वक्त लग रहा है। बीते तीन-चार दिनों से भीषण गर्मी में हाल-बेहाल है। उन्नाव के गांधीनगर निवासी श्याम सिंह ने बताया कि दीवारें गरमा तक गई हैं। अब तो पंखा और कूलर भी जवाब दे रहे हैं। ऊपर से बिजली की कटौती रात की नींद बर्बाद कर दे रही है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लो-वोल्टेज और बिजली कटौती की शिकायतें मिल रही हैं। शाहाबाद के सर्वेश मिश्रा बताते हैं कि आये दिन रात को बिजली परेशान करती है। कभी आती नहीं है और कभी वोल्टेज काफी लो रहता है।
धान की पौध तैयार है। रोपाई का समय हो गया है। लेकिन, बारिश नहीं होने चलते परेशान अन्नदाता आसमान की ओर टकटकी लगाये हैं। हरदोई जिले के किसान रामकिशन का कहना है कि अभी बहुत गर्मी है। धान की पौध सूख रही है। हम लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं। पानी बरसेगा तभी धान की रोपाई शुरू हो पाएगी। वहीं, बहराइच के किसान रामसनेही कहते हैं कि गर्मी में जानवरों को खिलाने के लिए बोया हरा चारा तक सूख रहा है।