लिस्ट में पंकज चौधरी महाराजगंज से, एसपी सिंह बघेल आगरा से और भानु प्रताप वर्मा जालौन से सांसद हैं। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल को मंत्रि परिषद में जगह मिली है। कौशल किशोर मोहनलालगंज से सांसद हैं। हाल ही में भाजपा ने इन्हें उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अजय मिश्रा उर्फ टेनी खीरी से सांसद हैं। बीएल वर्मा राज्यसभा सांसद हैं और यूपी में भाजपा उपाध्यक्ष हैं।
य़ह भी पढ़ें : संतोष गंगवार ने क्यों दिया मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, कभी यूपी में सीएम पद के थे दावेदार
जातीय समीकरण पर फोकस
यूपी चुनाव को देखते हुए यूपी के सात नेताओं को मोदी की टीम में शामिल किया गया। इस टीम में जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों का विशेष ध्यान रखा गया है। कैबिनेट विस्तार में दलित और ओबीसी पर खास फोकस किया गया है। ब्राह्मण चेहरे के तौर पर अजय मिश्रा उर्फ टेनी को शामिल किया गया है। भाजपा नेताओं का दावा है कि मंत्रीपद के बंटवारे में योग्यता को ध्यान में रखा गया है।
जातीय समीकरण पर फोकस
यूपी चुनाव को देखते हुए यूपी के सात नेताओं को मोदी की टीम में शामिल किया गया। इस टीम में जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों का विशेष ध्यान रखा गया है। कैबिनेट विस्तार में दलित और ओबीसी पर खास फोकस किया गया है। ब्राह्मण चेहरे के तौर पर अजय मिश्रा उर्फ टेनी को शामिल किया गया है। भाजपा नेताओं का दावा है कि मंत्रीपद के बंटवारे में योग्यता को ध्यान में रखा गया है।
ये हुए निराश
मोदी कैबिनेट में जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा थी। उन्हें शामिल नहीं किया है। इनमें इलाहाबाद से सांसद रीता बहुगुणा जोशी, पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी, इटावा से सांसद रामशंकर कठेरिया, संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद, कानपुर से सत्येदव पचौरी, गोरखपुर से रविकिशन और देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी के नाम शामिल थे।
मोदी कैबिनेट में जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा थी। उन्हें शामिल नहीं किया है। इनमें इलाहाबाद से सांसद रीता बहुगुणा जोशी, पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी, इटावा से सांसद रामशंकर कठेरिया, संतकबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद, कानपुर से सत्येदव पचौरी, गोरखपुर से रविकिशन और देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी के नाम शामिल थे।