लखनऊ

मार्च में भारी गरमी से मौसम विज्ञानी हैरान, आईएमडी ने खोला राज एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन है वजह

Anti cyclonic circulation यूपी में गरमी रोजाना तेज होती जा रही है। जनता के साथ-साथ मौसम विज्ञानियों हैरत में हैं कि आखिरकार मार्च माह में जून जैसी गर्मी। आईएमडी ने बताया कि एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन की वजह से यह गर्मी बढ़ रही है। एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन क्या होता है जानें

लखनऊMar 22, 2022 / 12:56 pm

Sanjay Kumar Srivastava

यूपी में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है। मार्च माह में ही यूपी के करीब दस जिलों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस छूने को है। रविवार को झांसी में पारा 39.7 था तो सोमवार को सुल्तानपुर में तापमान 39.9 रहा। मौसम की इस असामान्य चाल को देखकर मौसम विज्ञानियों हैरत में है। विज्ञानियों का कहना है कि, दक्षिण से हवाएं समय से पहले आ गईं, जिससे हीट वेव जैसे हालात पैदा हो गए हैं। उधर मार्च के महीने में तेज गर्मी के बारे में आईएमडी का कहना है कि, पश्चिमी भारत के ऊपर अरब सागर और हिंद महासागर से पर्याप्त नमी वाली हवाओं और मध्य-पूर्व (पश्चिम एशिया) से चलने वाली शुष्क हवाओं की अनुपस्थिति में एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन है। जिस वजह से कई राज्यों में आने वाले दिनों में भारी गर्मी पड़ सकती है। एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन क्या होता आइए जानें।
एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन (Anti cyclonic circulation) क्या है जानें

एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन का म्याने हैं कि, हवा का बिखरना। साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन में लो-प्रेशर एरिया बनता है और हवाएं आपस में मिलकर उठती हैं। एंटी-साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन में हाई-प्रेशर एरिया बनता है जिसमें हवाएं बिरखती हैं और नीचे गिरती हैं। एंटी साइक्‍लोन के बीच के हिस्‍से में हाई-प्रेशर के चलते एक तेज हवा का ब्‍लास्‍ट ऊपर से नीचे की तरफ होता है और गर्म हवाएं नीचे आती हैं। हवा कंप्रेस होने की वजह से और गर्म होती है और उसकी नमी भी कम होती है। गर्म हवाएं हाई-प्रेशर एरिया से लो-प्रेशर एरिया की तरफ बढ़ती हैं। नॉर्दन हेमिस्‍फियर में एंटी साइक्‍लोनिक हवा क्‍लॉकवाइस चलती हैं, वहीं साउदर्न हेमिस्फियर में एंटी क्‍लॉकवाइस चलती हैं।
यह भी पढ़ें

Weather Updates : मौसम विभाग का अलर्ट मार्च में पारा 40.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा, झांसी रहा यूपी का सबसे गर्म शहर

हीट वेव का मानक

बीएसआईपी के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉ. सीएम नौटियाल का कहना है कि, दिल्ली-लखनऊ में यदि लगातार 10-12 दिन तक 39 डिग्री से अधिक तापमान रहता है तो हीट वेव मान लिया जात है। पर मानक मई महीने के हिसाब से है। मार्च में 39 डिग्री तापमान पहुंचना असामान्य परिस्थिति दर्शाता है। आने वाले दिन काफी कष्टप्रद हैं।
यह भी पढ़ें

मौसम विभाग का अलर्ट यूपी में इस बार पड़ेगी जबरदस्त गर्मी, टॉप 10 गर्म जिलों के नाम जानिए

यूपी में दस साल में तीसरा मौका

मौसम विभाग निदेशक जे पी गुप्ता ने बताया कि, कल से ही तापमान में तेजी से बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी और लखनऊ का पारा जल्द ही 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। अगर हम पिछले पांच वर्षों में मार्च महीने में देखे तो कभी इतनी गर्मी नहीं पड़ी। पर अगर पिछले 10 वर्षों में यूपी मौसम का रिकॉर्ड देखें तो यह तीसरा मौका जब मार्च में इतनी गर्मी पड़ रही है।

Hindi News / Lucknow / मार्च में भारी गरमी से मौसम विज्ञानी हैरान, आईएमडी ने खोला राज एंटी साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन है वजह

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.