राजधानी लखनऊ के डॉ. अभय सिंह की सैलरी 1.5 लाख से ऊपर है। उनकी पत्नी भी एक चिकित्सक है। दोनों आलीशान घर में रहते हैं। महंगी गाड़ियों में घूमते हैं। लेकिन फिर भी पैसों के लालच में मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। दरअसल, आरोप है कि डॉ. अभय सिंह ब्लड डोनेशन कैंप लगवाता था और फ्री में ब्लड ले लेता था। कभी गरीबों और नशेड़ियों से खून लेकर उनके ब्लड में सेलाइन वॉटर (Saline Water) मिला देता था। जिससे एक यूनिट ब्लड बढ़कर दो यूनिट दिखने लगता और दो यूनिट को चार यूनिट बना देता। इसके बाद डॉक्टर 4-6 हजार रुपये यूनिट ब्लड बेच देता था।
केजीएमयू और पीजीआई से की है पढ़ाई डॉ. अभय सिंह ने साल 2000 में केजीएमयू (KGMU) से पास आउट किया है। इसके बाद 2007 में पीजीआई लखनऊ से एमडी ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन का कोर्स किया। वर्तमान में उनके यूपी के सैफई मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर होने का दावा किया गया है। इस फ्रॉड गेम में अभय सिंह के एक और साथी को यूपी की एसटीएफ टीम ने गिरफ्त में ले लिया है। इससे पहले बीते 16 सितंबर को यूपी एसटीएफ ने खून के तस्करों का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ प्रमुख ने जानकारी दी थी कि आरोपी डॉ. अभय प्रताप सिंह के साथ दूसरे ब्लड तस्कर अभिषेक पाठक को भी दबोच लिया गया है।