कौन हैं आकाश आनंद?
आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे हैं। उन्होंने लंदन के एक स्कूल से एमबीए की पढ़ाई की है। लगभग 6 साल पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद आकाश को सहारनपुर की रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने लॉन्च किया था। अब आकाश आनंद को पूरी तरह से राजनीति में उतार दिया गया है। यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश की पार्टी की कमान उन्हें सौंपी गई है।
पांच राज्यों में हुए चुनावों की मिली थी जिम्मेदारी
हाल ही में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनावों के लिए बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बड़ी ज़िम्मेदारी दी थी।
सपा से गठबंधन के दौरान पहली बार आए थे चर्चा में
बता दें कि आकाश आनंद पहली बार चर्चा में तब आए, जब 2019 के लोकसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने मायावती के साथ गठबंधन किया था। 15 जनवरी को अखिलेश यादव खुद मायावती को उनके जन्मदिन पर बधाई देने पहुंचे थे। उनके चुनावी माहौल में आकाश की झलक मिलते ही राजनीति और मीडिया के गलियारों में उनके मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी होने की अटकलें शुरू हो गई थी।
पार्टी को मजबूत करेंगे आकाश
बीएसपी की बैठक के बाद पार्टी के एक अन्य नेता उदयवीर सिंह ने कहा कि बैठक में संगठन से जुड़े लोगों को लोकसभा चुनाव में जुट जाने के लिए कहा गया है। हमने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। हमें अपने-अपने क्षेत्रों में काम करने को कहा गया है। उदयवीर सिंह ने कहा कि बहन जी ने कहा है कि मेरे न रहने के बाद आकाश आनंद पार्टी के उत्तराधिकारी होंगे। जहां पार्टी कमजोर है, वहां आकाश आनंद काम करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि आकाश आनंद को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर अन्य राज्यों की पार्टी की जिम्मेदारी दी गई है।
बीएसपी की बैठक के बाद पार्टी के एक अन्य नेता उदयवीर सिंह ने कहा कि बैठक में संगठन से जुड़े लोगों को लोकसभा चुनाव में जुट जाने के लिए कहा गया है। हमने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। हमें अपने-अपने क्षेत्रों में काम करने को कहा गया है। उदयवीर सिंह ने कहा कि बहन जी ने कहा है कि मेरे न रहने के बाद आकाश आनंद पार्टी के उत्तराधिकारी होंगे। जहां पार्टी कमजोर है, वहां आकाश आनंद काम करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि आकाश आनंद को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर अन्य राज्यों की पार्टी की जिम्मेदारी दी गई है।