हवाला के जरिये विदेशी फंडिंग आरोप है कि देश में अवैध धर्मांतरण करवाने के लिए इन तीनों आरोपियों को हवाला के जरिए विदेशों से फंडिंग की जा रही थी। इनके अकाउंट से 20 करोड़ की रकम के ट्रांजेक्शन का खुलासा हुआ है। जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के अलग-अलग अकाउंट्स से ये रकम इन आरोपियों को भेजी गई। इसके अलावा ट्रस्ट के इंडियन बैंक के अकाउंट में बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत से 1.5 करोड़ की रकम पहुंची है।
क्लिनिक में मरीजों का ब्रेनवॉश यूपी एटीएस के मुताबिक आरोपी कुणाल अशोक चौधरी मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए रूस गया था।वहीं पर कट्टरपंथियों के संपर्क में आया और इस्लाम में कन्वर्ट होकर कुणाल से अतीक बन गया। उसने नासिक में अपना क्लीनिक खोला और वहां आने वाले मरीजों को वह हिंदू धर्म की बुराइयां बताकर उन्हें इस्लाम में कन्वर्ट होने के लिए प्रेरित करता था। उधर, मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किए गए मोहम्मद इदरीस कुरैशी ने महज तीन माह में हवाला फंडिंग से मिले पैसों से मुजफ्फरनगर में आलीशान मकान खड़ा कर लिया। पहले पकड़े जा चुके मौलाना कलीम सिद्दीकी और इदरीस की दिल्ली, मुजफ्फरनगर में कई सारी प्रॉपर्टी है।