ये भी पढ़ें- घर का भेदी लंका ढाए, सोनिया के लिए विभीषण साबित होंगे उनके खासमखास रहे यह नेता, अमेठी के बाद रायबरेली.. मेनिका को मिल सकता है यह पद- राजनीतिक जनकारों का मानना है कि अनुप्रिया को कैबिनेट विस्तार में जगह मिल सकती है। वहीं इस बार पीलीभीत के स्थान पर सुल्तानपुर से लोकसभा चुनाव जीतीं मेनका के लिए बड़ी खबर है। भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी 17वीं लोकसभा में अस्थायी अध्यक्ष (प्रो-टर्म स्पीकर) बन सकती हैं। सूत्रों की मानें तो 8 बार की सांसद मेनका गांधी को इस बार यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। वैसे प्रोटेम स्पीकर के पद के लिए बरेली के सांसद संतोष गंगवार का भी नाम चर्चा में था, लेकिन उनके कैबिनेट मंत्री बनने के बाद मेनका को इस पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
ये भी पढ़ें- यूपी की 17 रिजर्व सीटों में बसपा ले गई इतनी सीटें, अखिलेश के लिए आई बड़ी खबर, देखें जिलेवार विजेताओं की पूरी लिस्ट कौन होता है प्रोटम स्पीकर- प्रोटेम का अर्थ है कुछ समय के लिए। मंत्रालय के माध्यम से सत्तारूढ़ पार्टी या गठबंधन प्रोटेम स्पीकर का नाम राष्ट्रपति को भेजती हैं जिनमें से किसी एक को वो नियुक्ति करते हैं। इनकी नियुक्ति तब तक के लिए रहती है जब तक लोकसभा या विधानसभा अपना स्थायी विधानसभा अध्यक्ष मतलब स्पीकर न चुन लें। प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ ग्रहण करवाता है। इन्हीं की देखरेख में पूरा कार्यक्रम होता है। जब सभी सांसद शपथ ले लेते हैं, तो उसके बाद ही यह सभी लोकसभा स्पीकर का चुनाव करते हैं।