माखन मिश्री अगर आप ने व्रत रखा है या जन्माष्टमी की विधी विधान से पूजा कर रहे हैं, तो आपको श्री कृष्ण को माखन मिश्री का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। माखन मिश्री श्री कृष्ण को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में से एक है। माखन मिश्री बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में दही डाल लें। अगर आपके पास मथनी है तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। नहीं तो ब्लेंडर का उपयोग कर सकते हैं। दही को ब्लेंडर से फेंटते जाएं और इससे निकलने वाले मक्खन को एक कटोरी में रखते जाएं। दही से मक्खन निकालते वक्त इसमें थोड़ा-थोड़ा करके पानी डालते जाएंगे तो मक्खन आसानी से निकल जाएगा। जब दही से पर्याप्त मात्रा में मक्खन निकल मथने की प्रक्रिया बंद कर दें। अब निकाले गए मक्खन में मिश्री और पिस्ता डालकर मिला लें। आपका माखन मिश्री प्रसाद तैयार है।
आटे की पंजीरी जन्माष्टमी के दिन प्रसाद के लिए आटे की पंजीरी भी कई घरों में बनती है। इसे बनाना बहुत आसान है। आटे की पंजीरी में मखाने का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सबसे पहले मखाने को 2-3 टुकड़ों में काट लीजिए। अब कढ़ाई में एक छोटा चम्मच घी डाल कर इसे गर्म होने के लिए रख दीजिए। अब इसमें कटे हुए मखाने, काजू, बादाम डाल कर इसे एक से दो मिनट भून कर एक प्लेट में निकाल दीजिए। अब कढ़ाई में बचा हुआ पूरा घी और आटे को डाल कर माध्यम आंच पर कलछी से लगातार चलाते हुए हल्का ब्राउन भून लीजिए। भुने हुए आटे को एक प्याले में निकाल कर ठंडा होने दीजिए। आटे के पूरी तरह ठंडा होने पर उसमें शक्कर का बूरा, भुने हुए मखाने, काजू, बादाम और इलायची पाउडर डाल कर सारी चीजों को एक साथ अच्छे से मिला दीजिए। आटे की पंजेरी बन कर तैयार है।
मखाने की खीर जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण को माखन और खीर का भोग भी लगाया जाता है। मखाने की खीर बनाने में जितनी आसान होती है, खाने में भी उतनी ही लाजवाब होती है। इसे बनाने के लिए एक पैन में घी गरम करके उसमे मखाने डाल कर भून ले। अब भुने हुए मखाने ठंडा होने के लिए अलग रख दे। अब ठंडे मखानों के छोटे छोटे टुकड़े कर ले। दूध को ऊबाल कर उसमे मखानों के टुकड़े डाल दें। अब मखाने पड़े हुए दूध को 10 से 15 मिनट तक हल्की आंच पर पकाएं और बीच बीच में चलाते रहें। गैस बंद कर दें और इसको गुनगुना होने के लिए रख दे। गुनगुने मिश्रण में पिसी चीनी, ईलाइची पाउडर मिला दे। आप की मखानों की खीर तैयार है, उसमे सूखे मेवे डाल कर सर्व करें।