लखनऊ

Maha Kumbh security: महाकुंभ 2025: ‘दक्ष’ पुलिसकर्मी, 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी

महाकुंभ 2025 की सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने पुलिसकर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण और लिखित परीक्षा का आयोजन किया है। यह प्रशिक्षण आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था और श्रद्धालुओं से व्यवहार पर आधारित है। परीक्षा के माध्यम से पुलिसकर्मियों की तत्परता का मूल्यांकन किया जा रहा है।

लखनऊDec 19, 2024 / 08:55 am

Ritesh Singh

कुंभ मेला ड्यूटी के लिए पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण और परीक्षा से बढ़ेगी सुरक्षा व्यवस्था

Maha Kumbh security: महाकुंभ-2025 को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक नया प्रयोग शुरू किया है, जिसके तहत कुंभ मेला ड्यूटी में आए पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पुलिस कर्मियों को हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार करना है। इसके अलावा, उन्हें कुंभ मेला की धार्मिक, आध्यात्मिक और सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद पुलिसकर्मियों की तत्परता का मूल्यांकन लिखित परीक्षा के माध्यम से किया जा रहा है।

पुलिस कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण: सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और श्रद्धालुओं से व्यवहार

महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मियों को विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ड्यूटी पर तैनात किए गए पुलिसकर्मियों को आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, श्रद्धालुओं से व्यवहार, और कुंभ के धार्मिक तथा आध्यात्मिक पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार करना है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी, प्रशांत कुमार का कहना है कि महाकुंभ के दौरान पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण सत्रों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, ताकि वे हर चुनौती का सामना कर सकें। इस प्रशिक्षण में कुंभ मेला में कार्य करने के दौरान सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने के लिए पुलिसकर्मियों को पूरी जानकारी दी जा रही है।

लिखित परीक्षा के माध्यम से पुलिसकर्मियों की तत्परता की जाँच

पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण के बाद एक लिखित परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें प्रशिक्षण के दौरान बताए गए विभिन्न विषयों पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं। यह परीक्षा बहुविकल्पीय होती है और इसमें कुल 20 सवाल होते हैं। परीक्षा का समय एक घंटे का होता है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पुलिस कर्मी कुंभ मेला में अपनी ड्यूटी निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हों।
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कुंभ मेला ड्यूटी के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पुलिसकर्मियों को 100 नंबर के प्रश्न पत्र में 20 सवालों का सामना करना पड़ता है। इस परीक्षा में फेल होने पर उन्हें तीन दिनों का अतिरिक्त प्रशिक्षण और परीक्षा का एक और मौका दिया जाता है। पुलिस उपाधीक्षक संदीप वर्मा का कहना है कि यह प्रणाली पुलिस कर्मियों को पूरी तरह से तैयार करने के लिए बनाई गई है, ताकि वे महाकुंभ में ड्यूटी करते समय किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकें।

पुलिस प्रशिक्षण के विभिन्न आयाम

महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मियों को विभिन्न आयामों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिनमें मुख्य रूप से आपदा प्रबंधन, श्रद्धालुओं से व्यवहार, यातायात व्यवस्था, और सुरक्षा उपाय शामिल हैं। इसके अलावा, कुंभ मेला के धार्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर भी गहन जानकारी दी जा रही है, ताकि पुलिस कर्मी कुंभ के माहौल और महत्व को समझ सकें और श्रद्धालुओं के साथ उचित व्यवहार कर सकें। कुंभ मेला में तैनात होने वाले पुलिस कर्मियों के लिए यह अनिवार्य प्रशिक्षण है, जो सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और व्यावहारिक पहलुओं पर आधारित है। एसएसपी कुंभ मेला राजेश कुमार द्विवेदी का कहना है कि कुंभ मेला की सुरक्षा और व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यह प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है।

महाकुंभ में पुलिस कर्मियों की भूमिका

महाकुंभ में पुलिस कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इस समय लाखों श्रद्धालु एकत्र होते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, उनके साथ उचित व्यवहार, और आपदा प्रबंधन बेहद जरूरी होता है। पुलिस कर्मियों को इन सभी पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित और प्रभावी निर्णय ले सकें। महाकुंभ में तैनात पुलिस कर्मियों को यह प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगा कि वे प्रत्येक श्रद्धालु को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम हों। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन के तहत उन्हें भीड़ नियंत्रण, चिकित्सा सहायता, और विभिन्न आपातकालीन स्थिति में कार्य करने की पूरी तैयारी होगी।
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महाकुंभ 2025 की सुरक्षा में पुलिस कर्मियों का बड़ा योगदान

महाकुंभ-2025 के दौरान लगभग 45 करोड़ श्रद्धालु संगम नगरी इलाहाबाद (प्रयागराज) में पहुंचने की संभावना है, और इन सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मियों का कड़ा प्रशिक्षण बेहद जरूरी है। इसके लिए पुलिस कर्मियों को हर स्तर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। इस प्रशिक्षण के जरिए पुलिस कर्मियों को न केवल कुंभ के धार्मिक पहलुओं की जानकारी दी जा रही है, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक फिटनेस को भी सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे वे महाकुंभ के दौरान अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन कर सकें।

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