Maha Kumbh security: महाकुंभ 2025: ‘दक्ष’ पुलिसकर्मी, 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी
प्रयागराज जिला नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “महंगाई के इस दौर में वर्षों से नाविकों को उनके परिश्रम का सही मुआवजा नहीं मिल पा रहा था। प्रशासन का यह निर्णय नाविकों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेगा।”नावों के किराए में वृद्धि के बाद प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं से पारदर्शिता से निर्धारित किराया ही लिया जाए। इसके लिए सभी प्रमुख घाटों और पार्किंग स्थलों पर किराए की सूची चस्पा की जाएगी। मेला प्रशासन का कहना है कि घाटों पर नियमित निगरानी रखी जाएगी ताकि श्रद्धालु से अधिक शुल्क वसूलने की घटनाओं को रोका जा सके।
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स्नान पर्वों पर नाव संचालन होगा नियंत्रितमहाकुंभ के दौरान स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। एसडीएम अभिनव पाठक ने कहा, “स्नान पर्वों के दौरान मौसम और भीड़ की स्थिति को देखते हुए नावों का संचालन किया जाएगा। हालांकि, मोटरबोट्स पर प्रतिबंध रहेगा।” स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष टीम बनाई जाएगी, जो नाविकों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
महाकुंभ में नाव संचालन के लिए प्रशासन ने नाविकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खास इंतजाम किए हैं। प्रयागराज के संगम में वर्तमान में 1455 नावें संचालित हैं। महाकुंभ के दौरान यह संख्या 4000 तक पहुंचने की संभावना है।
मेला प्रशासन ने सभी नाविकों को 2 लाख रुपये का बीमा कवर देने का निर्णय लिया है। साथ ही, सभी नाविकों को लाइफ जैकेट्स प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, नावों की फिटनेस जांच के बाद ही उन्हें लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। संगम क्षेत्र में नाव संचालन के लिए लाइफ जैकेट्स, सुरक्षा गाइडलाइंस, और नाविकों की ट्रेनिंग जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।