सीवर ड्रेनेज समस्या का समाधान
महाकुंभ की तैयारियों के अंतर्गत यूपी सरकार के कई विभाग मिलकर प्रयागराज में विश्वस्तरीय सुविधाओं का निर्माण कर रहे हैं। इसी दिशा में, यूपी जल निगम (नगरीय) अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन की क्षमता का विस्तार कर रहा है, जिससे सीवर ड्रेनेज की समस्या का स्थाई समाधान किया जा सके। विभाग के अधिशासी अभियंता सौरभ कुमार के अनुसार, इस पम्पिंग स्टेशन की ट्रीटमेंट क्षमता 45 मिलियन लीटर प्रति दिन (MLD) से बढ़ाकर 80 MLD की जा रही है। यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अलोपीबाग, दारागंज, सोहबतियाबाग, अल्लापुर, किदवई नगर और मोरी नाला जैसे क्षेत्रों में सीवर समस्याएं हल होंगी।
प्रोजेक्ट के अंतिम चरण में निर्माण कार्य
करीब 18 करोड़ रुपये की लागत से अलोपीबाग पम्पिंग स्टेशन का विस्तारीकरण कार्य अपने अंतिम चरण में है। नए सम्प ने काम करना शुरू कर दिया है और जल्द ही पुराने सम्प भी कार्यशील हो जाएंगे। इस सुविधा से इस क्षेत्र के सीवर वेस्टेज को पम्प करके राजापुर एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) भेजा जाएगा, जहां इसका ट्रीटमेंट कर सुरक्षित रूप से नदी में छोड़ा जाएगा। इससे न केवल स्थानीय निवासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के दबाव का भी आसानी से सामना किया जा सकेगा।
सहयोग की अपील
अधिशासी अभियंता ने स्थानीय निवासियों से 30 नवंबर तक सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के चलते कुछ असुविधाएं हो सकती हैं, लेकिन ये अस्थायी हैं और लंबे समय में इसका लाभ पूरे क्षेत्र को मिलेगा। अलोपीबाग और आसपास के मोहल्लों में सीवर चोकिंग की समस्या भी स्थाई रूप से हल हो जाएगी।
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत किए जा रहे इन कार्यों से प्रयागराज के निवासियों को ना केवल अस्थायी, बल्कि स्थायी लाभ भी मिलेगा। यह इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार योगी सरकार की योजना का हिस्सा है, जो प्रयागराज को एक स्वच्छ, आधुनिक और कनेक्टेड शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इन योजनाओं के पूर्ण होने के बाद प्रयागराज शहर और महाकुंभ 2025 का अनुभव बेहद सुखद और सुगम होगा।