दरअसल, जमीन के नंबर में हेराफेरी करके मुख्तार अंसारी ने इस जमीन को उस कंपनी के नाम पर रजिस्ट्री करवा दी, जिस कंपनी में उसकी पत्नी आफसा अंसारी डायरेक्टर हैं। अफशा अंसारी 75 हज़ार की इनामी बदमाश है और माफिया मुख्तार की पत्नी है। अली जैदी का कहना है कि इस जमीन पर पहले दो लोगों के बीच में झगड़ा था।
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मुख्तार अंसारी बिचौलिया बनकर आए और इस जमीन को अपनी पत्नी के नाम पर करा दिया और फिर प्लॉटिंग करके बेचना शुरू कर दिया। अब इस मामले से शासन को शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी ने अवगत कराया है और इस मामले में जांच की मांग की है। अली जैदी के मुताबिक कागजात में आज भी यह जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर है। अतीक ने भी वक्फ बोर्ड की जमीनों पर किया कब्जा
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी का कहना है कि अतीक अहमद वक्फ बोर्ड की जमीनों को कब्जा करके उस पर कॉन्प्लेक्स तैयार कर बेचता था। प्रयागराज में बने इमामबाड़े की जमीन पर अतीक ने कब्जा किया फिर वहां आलीशान कॉन्प्लेक्स बनाकर बेचने की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन इसकी भनक लखनऊ में बैठे शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी को लग गई और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे मामले से अवगत कराया।
शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी का कहना है कि अतीक अहमद वक्फ बोर्ड की जमीनों को कब्जा करके उस पर कॉन्प्लेक्स तैयार कर बेचता था। प्रयागराज में बने इमामबाड़े की जमीन पर अतीक ने कब्जा किया फिर वहां आलीशान कॉन्प्लेक्स बनाकर बेचने की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन इसकी भनक लखनऊ में बैठे शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अली जैदी को लग गई और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरे मामले से अवगत कराया।
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