माफिया का मतलब संगठित अपराधियों से है। जो योजना बनाकर वारदातों को अंजाम देते हैं। हत्या, धनउगाही, धमकाना और हथियारों के दम पर अपनी बात मनवाने वाले संगठित गिरोह के संचालकों को माफिया कहा जाता है। माफिया एक प्रकार से वह अपराधी है, जो अन्य गुंडे और अपराधियों को गिरोह में शामिल करता है। ऐसे गिरोह कई तरह की वारदातों को योजनाबद्घ तरीके से अंजाम देते हैं। इसके अलावा कई प्रकार के व्यवसायों में भी अपनी अवैध कमाई निवेश करते हैं। जहां इनका दबदबा होता है। यानी उस व्यवसाय में निवेश करने वाले दूसरे लोग इस गिरोह से डरते हैं और इनके सामने आने से बचते हैं। उसे माफिया कहा जाता है।
वास्तव में यह इटैलियन शब्द है और सबसे पहले इसका प्रयोग इटली में किया गया है। अपराधियों में जो लीडर हुआ करता था उसे माफिया कहा गया। दुनिया के अनेक देशों में माफिया शब्द प्रचलन में है, अलग-अलग भाषाओं में जैसे जापान में माफिया को यकुजा कहते हैं तो चीन में त्रियाद कहा जाता है। रूस में ब्रटवुस्र्ट कहा जाता है तो माफिया को मैक्सिको और नाईजीरिया में एफवाई गैंग, दक्षिण अमेरिका में ड्रग कार्टेल तो अफ्रीकी देशों में गैंग, द यार्डी या ट्राईडेंट कहा जाता है।
गैंगस्टर और माफिया में कोई खास फर्क नहीं है। गैंगस्टर के भी सभी कार्य लगभग माफिया जैसे ही होते हैं। संगठित अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए साल 1986 में सरकार ने गैंगस्टर एक्ट बनाया। इस एक्ट के तहत ऐसे संगठित अपराधियों का पूरा ब्योरा एकत्रित किया जाता है। इसके बाद एक लंबी प्रक्रिया के बाद उनपर यह एक्ट लगाकर उन्हें जेल में निरुद्घ किया जाता है। आइए आपको इसकी प्रक्रिया बताते हैं।
किसी अपराधी को गैंगस्टर घोषित करना आसान नहीं है। इसकी एक पूरी प्रकिया है जो कई चरणों में पूरी होती है। जैसे किसी को गैंगस्टर घोषित करने से पहले किसी थाना क्षेत्र में होने वाले आपराधिक वारदातों का एक चार्ट तैयार किया जाता है। इस चार्ट से पता लगाया जाता है कि कौन-कौन से अपराधी एक गैंग से हैं और कौन दूसरे गैंग से है।
सरगना फारसी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ मुखिया से होता है अथवा लीडर से कहा जाता है। किंतु आपराधिक गतिविधियों के लिए यह शब्द अब रूढ़ हो गया है। ज्यादातर इसका प्रयोग नकारात्मक अर्थो में ही किया जाने लगा है जैसे चोरों का सरगना या डाकुओं का सरगना आदि प्रयोग किया जाता है।