बसपा किसी भी दल के संग गठबंधन नहीं करेगी : सतीश चंद्र मिश्रा कैब ड्राइवर ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की : आरोपी मामला कुछ इस तरह है कि लखनऊ के कृष्णा नगर के अवध चौराहे पर शुक्रवार शाम को एक कैब ड्राइवर को एक युवती ने कार से बाहर खींचकर ताबड़तोड़ चांटे बरसाने शुरू कर दिए। युवती ने यह आरोप लगाया कि, कैब ड्राइवर उस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश कर रहा था, परन्तु कैब ड्राइवर ने इन आरोपों का खंडन किया है।
मददगार युवक को भी पीटा :- वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा था कि, युवती ने कैब ड्राइवर की जमकर पिटाई की और उसका फोन भी तोड़ दिया। कैब ड्राइवर लगातार वहां खड़ी जनता और पुलिस से मदद की गुहार कर रहा था। इस पर कैब ड्राइवर को बचाने एक युवक आया। युवक ने युवती को काफी समझाया पर वह न मानी और उस से भी हाथपाई की। एक ट्रैफिक पुलिस जवान सिर्फ बीच बचाव कर रहा था।
ट्विटर पर अरेस्ट लखनऊ गर्ल वायरल :- वीडियो वायरल होते ही ट्विटर पर हैशटैग अरेस्ट लखनऊ गर्ल (#ArrestLucknowGirl) ट्रेंड करने लगा था। सीएम योगी, यूपी सरकार, यूपी पुलिस को भी वीडियो टैग किया गया और कार्रवाई की मांग की गई। वीडियो को संज्ञान लेते हुए पुलिस अफसरों ने कैब चालक युवक से तहरीर लेकर युवती पर केस दर्ज किया।
सोमवार को आई सीसीटीवी फुटेज ने दिखाई सच्चाई :- सोमवार को अवध चौराहे पर लगे सीसीटीवी की फुटेज आई। इस फुटेज में ग्रीन सिग्नल के बीच लड़की जेब्रा क्रॉसिंग पर चलती दिख रही है। और कैब ड्राइवर ब्रेक लगाकर गाड़ी रोकता दिख रहा है। इस वीडियो कैब चालक की कोई गलती नहीं दिखी। इस पर लोगों ने कार्रवाई की मांग की। मानवाधिकार एक्शन फोरम के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम द्विवेदी ने पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की। पीड़ित कैब चालक की तहरीर पर कृष्णानगर कोतवाली में आरोपी प्रियदर्शिनी नारायण उर्फ लक्ष्मी निवासी केसरीखेड़ा कॉलोनी के खिलाफ आईपीसी की धारा 427 व 394 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामले में निष्पक्ष ढंग होगी जांच : एडीसीपी (सेंट्रल) एडीसीपी (सेंट्रल) चिरंजीव नाथ सिंहा ने कहाकि, कैब चालक की तहरीर पर आरोपी युवती के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले में निष्पक्ष ढंग से छानबीन कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस कर्मियों पर गंभीर आरोप :- इस घटना में कैब चालक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि, युवती ने 25 हजार रुपए कीमत का मोबाइल और कैब का साइड मिरर तोड़ दिया था। पर पुलिस ने उसे बेवजह गिरफ्तार किया। कैब चालक ने बताया, जब वह घर नहीं पहुंचा तो उसके दो अन्य भाई कैब की लोकेशन ट्रेस कृष्णानगर कोतवाली पहुंचे वहां पुलिस ने उन्हें भी पकड़ कर हवालात में डाल दिया। अगले दिन बेल कराने के बाद जब अपनी कैब लेने कृष्णानगर कोतवाली गए तो पुलिसकर्मियों ने 10 हजार रुपए वसूलने के बाद कैब छोड़ी। पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।